102 Not Out Movie Review: जीवन की सच्चाई से सामना कराती है अमिताभ और ऋषि कपूर की यह फिल्म
102 Not Out Movie Review: ‘ओह माय गॉड’ के निर्देशक उमेश शुक्ला की एक और फिल्म ‘102 नॉट ऑउट’ सिनेमाघरों में रिलीज हो चुकी है। फिल्म में लीड किरदारों में बॉलीवुड महानायक अमिताभ बच्चन और ऋषि कपूर हैं। उमेश शुक्ला ने पहली बार इस तरह की फिल्म का निर्माण किया है जिसमें 60 साल की उम्र पार कर चुके दो अभिनेता लीड रोल में हैं। फिल्म को दर्शकों और क्रिटिक्स की ओर से पांच में से तीन स्टार दिए गए हैं। अमिताभ बच्चन हिंदी सिनेमा में कई सुपरहिट फिल्में दे चुके हैं, फिल्म ‘102 नॉट ऑउट’ से उम्मीद की जा रही है कि फिल्म बॉक्स ऑफिस पर अच्छा बिजनेस करेगी।
सौम्या जोशी के लिखे गुजराती लोकप्रिय नाटक पर आधारित फिल्म ‘102 नॉट ऑउट’ दो बुजुर्गों के जीवन पर आधारित है। फिल्म में उनके अकेलेपन और भावों को दिखाया गया है। फिल्म की कहानी की बात करें तो फिल्म में बाबूलाल वखारिया के किरदार में नजर आ रहे ऋषि कपूर 75 साल के एक सनकी बुड्ढे के रोल में नजर आ रहे हैं तो वहीं अमिताभ बच्चन ने बाबूलाल के पिता दत्तात्रेय वखारिया (100 साल से ज्यादा) की भूमिका अदा की है।
बाबूल घड़ी की सुईयों के अनुसार काम करने वाला आदमी है, उसके जीवन की एकमात्र खुशी उसके एनआरआई बेटे का परिवार है। हालांकि बाबू का बेटा हर साल अपने पिता से मिलने का वादा करता है लेकिन पिछले 17 सालों से वह नहीं आया। वहीं दत्ता एक मस्तमौला इंसान है। इसी बीच दत्ता अपने बेटे के सामने कई शर्ते रख देता है और कहता है कि यदि तुमने इनको पूरा नहीं किया तो वह उसे वृद्धआश्रम भेज देगा। इमन शर्तों को जानने के लिए और क्यों एक बूढ़ा पिता अपने वृद्ध बेटे के जीवन को बदलना चाहता है? जानने के लिए सिनेमाघरों का रूख करना पड़ेगा। फिल्म में अमिताभ और ऋषि ने अच्छा अभिनय किया है, इसके साथ ही फिल्म में संगीत सलीम-सुलेमान ने दिया है।