ऋषिकेश में गंगा के पावन तट पर आयोजित अंतरराष्ट्रीय योग महोत्सव में गूंजे बीटल्स के बोल
योग की अंतरराष्ट्रीय राजधानी और ऋषियों की तपोभूमि ऋषिकेश में गंगा के पावन तट मुनि की रेती में आयोजित आठ दिवसीय अंतरराष्ट्रीय योग महोत्सव में इंग्लैण्ड के लीवरपुल के इंग्लिश ट्रिब्यूट बैड द बीटल्स की धूम रही। तीन दिन तक द बीटल्स के फैब फोर पीटर, जॉन, डनयल और जोसफ ने इंग्लिश गानों से लोगों को बांधे रखा। उनके गीतों को सुनकर पूर्णानंद सभागार में मौजूद देश-विदेश के श्रोता झूम उठे। 4 से 6 मार्च तक रोजाना शाम को द बीटल्स के फैब फोर ने एक-सवा घंटे तक अपनी शानदार प्रस्तुतियां दी।
लीवरपुल इंग्लैड के इंग्लिश रॉक बैड द बीटल्स के फैब फोर 50 साल पहले महर्षि महेश योगी के ऋषिकेश के स्वर्गाश्रम क्षेत्र में स्थित चौरासी कुटिया में योग और ध्यान का प्रशिक्षण लेने आए थे। तब इन बीटल्स फेब फोर ने यहां रहकर 48 इंग्लिश गानों की रचना की थी। ऋषिकेश की पावन भूमि पर 1968 में अपने गानों की प्रस्तुति दी थी। अब 50 साल बाद लीवरपुल इंग्लैंड के ही इंग्लिश ट्रिब्यूट बैंड द बीटल्स के फैब फोर ने ऋषिकेश की तपोभूमि में अपने गानों की लगातार तीन दिन प्रस्तुति देकर द बीटल्स की याद तरो-ताजा कर दी। इस तरह तीर्थनगरी ऋषिकेश में गंगा तट पर पांच दशक बाद बीटल्स के गीत गूंजे।
उत्तराखंड के पर्यटन मंत्री सतपाल महाराज की पहल पर सूबे के पर्यटन विभाग और गढ़वाल मंडल विकास निगम द्वारा संयुक्त रूप से आयोजित इस उत्सव में फैब फोर जॉन ने शानदार ड्रम बजाया वहीं डनयल, जॉन और पीटर ने गिटार वादन के साथ ही पाश्चात्य गीतों की शानदार प्रस्तुतियां दी और फैब फोर ने डान्ट लेट मि डाउन…… ए डे इन द लाइफ…… जैसे अंग्रेजी के लोकप्रिय गीत गाए। वहीं कार्यक्रम के अंतिम दिन फैब फोर ने स्थानीय गायकों के साथ हरे रामा हरे कृष्णा भजन पर गिटार और ड्रम की संगत देकर जमकर तालियां बटोरी।
लीवरपुल इंग्लैड के इंग्लिश बैंड ट्रिब्यूट के द बीटल्स के फैब फोर की वेशभूषा तथा संगीत का साजो-सामान 50 साल पहले ऋषिकेश आए रॉक बैंड द बीटल्स के फैब फोर से हू-ब-हू मिलता-जुलता था। द बीटल्स की याद में योग महोत्सव को समर्पित करने का विचार आध्यात्मिक गुरु और राज्य के पर्यटन मंत्री सतपाल महाराज का था। लिहाजा उन्होंने ट्रिब्यूट बैंड बीटल्स को आमंत्रित किया। सतपाल महाराज ने कहा कि इस बार का योग महोत्सव पूरे विश्व पटल पर छा गया है। इंग्लैंड समेत कई पश्चिमी देशों में इसकी चर्चा है। ऋषिकेश में महर्षि महेश योगी की चौरासी कुटिया में इंग्लिश रॉक बैड द बीटल्स के फैब फोर के आगमन की 50वीं वषर्गांठ के मौके पर योग महोत्सव को उनकी याद में समर्पित किया गया।
इंग्लिश बैंड ट्रिब्यूट द बीटल्स के फैब फोर जॉन, पीटर, डनयल, जोसफ का कहना है कि हम अब तक पाश्चात्य की दुनिया में खोए हुए थे, हमें योग और भारतीय संस्कृति की गहराइयों के बारे में इस योग महोत्सव का हिस्सा बनने के बाद पता चला और इसने जिंदगी के बारे में हमारा नजरिया ही बदल दिया। हमने जाना कि भारतीय योग दर्शन में किस तरह से भारतीय संस्कृति को एकसूत्र में पिरोया है। जॉन ऋषिकेश आने पर बहुत ही भावुक नजर आए। उन्होंने कहा कि मुझे भारत आना बहुत अच्छा लगा और ऋषिकेश का गंगा तट उससे भी अच्छा लगा। मैं बार-बार ऋषिकेश आऊंगा, उत्तराखंड के पहाड़ और यहां के पहाड़ी लोग, यहां की संस्कृति ने मुझे शक्ति प्रदान की है और मैं इसके बूते अपनी प्रस्तुति शानदार तरीके से दे सका हूं।
पीटर कहते हैं कि बीटल्स गाने के लिए अन्तर्मन से बीटल्स बनना पड़ता है और अन्तर्मन से ही बीटल्स के गाने की प्रेरणा मिलती है। डनयल, जोसफ महर्षि महेश योगी की चौरासी कुटिया के भ्रमण के दौरान बहुत भावुक हो गए और उनकी आंखें नम हो गईं और उन्होंने 50 साल पहले रॉक बैंड, द बीटल्स के फैब फोर के आश्रय स्थल की भूमि की मिट्टी को अपने माथे पर लगाया। इस तरह इस बार सरकारी अन्तरराष्ट्रीय योग महोत्सव बीटल्स की याद में डूब गया और इस महोत्सव को नई ऊर्जा दे गया।
द बीटल्स के फैब फोर के प्रशंसक रचित कुमार का कहना है कि अंतरराष्ट्रीय योग महोत्सव इस बार हमेशा के लिए बीटल्स के नाम से जाना जाएगा। इंग्लिश बैंड ट्रिब्यूट द बीटल्स के फैब फोर की प्रस्तुतियां बेहद शानदार थीं। उनकी सादगी और विनम्रता ने हम उत्तराखंडवासियों को दिल की गहराई तक छुआ है और 50 साल बाद एक बार फिर पूरब और पश्चिम के संगीत का मिलन ऋषिकेश गंगा के पावन तट पर देखने को मिला।