Anti Naxal Operation: जवानों ने रोका बीजापुर कांड-2, विस्फोट से पहले ही 50 KG का IED बम ऐसे किया डिफ्यूज

Naxalites Planted 50 KG IED Bomb: छत्तीसगढ़ में एक के बाद एक बड़े मुठभेड़ में नक्सलियों के सफाए के बावजूद नक्सलियों का आतंक कम होता नजर नहीं आ रहा है. हालात ये है कि जवानों को नुकसान पहुंचाने के लिए नक्सली जगह-जगह आईईडी बम लगा रहे हैं. इसी कड़ी में बीजापुर के बासागुड़ा-आवापल्ली मार्ग में तिम्मापुर के पास 50 किलोग्राम का IED बम लगा रखा था, जिसे सुरक्षा बलों से वारदात से पहले ही डिफ्यूज कर दिया.

छत्तीसगढ़ (Chhattisgarh) में नक्सलियों (Naxalites) के खिलाफ लगातार जारी ऑपरेशन से माओवादियों की बौखलाहट बढ़ती जा रही है. नक्सली जवानों को निशाना बनाने के लिए जगह-जगह आईडी बम (IED Bomb) लगा रहे हैं. इसी कड़ी में गुरुवार को सुरक्षा बलों ()Security Forces ने नक्सलियों की बड़ी साजिश का नाकाम करते हुए बीजापुर (Bijapur) के बासागुड़ा-आवापल्ली मार्ग में  तिम्मापुर के पास 50 किलोग्राम का IED बम लगा रखा था, जिसे जवानों ने बरामद कर मौके पर ही नष्ट कर दिया.

ऐसा आसंका है कि नक्सलियों ने रिमोट कंट्रोल कमांड तकनीक से बड़े वाहनों को नुकसान करने की नीयत से ये बम प्लांट किया था, जिसे वक्त रहते CRPF168 बटालियन के जवानों ने  BDS टीम की मदद से डिफ्यूज कर दिया. इस तरह सुरक्षा बल किसी बड़े हादसे का शिकार होने से बच गए. दरअसल, केरिपु 168 वाहिनी की बीडीएस टीम गुरुवार को बासागुड़ा- आवापल्ली सड़क मार्ग पर डिमाईनिंग ड्यूटी के लिए निकली थी. इस दौरान बासागुड़ा–आवापल्ली मार्ग में बीडीएस टीम ने तिमापुर दुर्गा मंदिर के पास स्थित पुल के नीचे  माओवादियों की ऱओ से लगाया गया लगभग 50 किग्रा का IED डिटेक्ट किया.

बहुत ही शातिराना थी नक्सलियों की चाल

माओवादियों ने पुलिया के नीचे से कांक्रिट और पत्थर को हटाकर उसके अंदर IED प्लांट कर दिया था. इसके बाद पत्थरों को फिर से वैसे ही जमा दिया था, ताकि इसका किसी को एहसास ही न हो. हालांकि, डिमाईनिंग के दौरान मेटल डिटेक्टर ने IED को डिटेक्ट कर लिया. इसके बाद सुरक्षित रूप से आईईडी वाली जगह की पहचान की गई.आईईडी ज्यादा गहराई में लगे होने की वजह से सुरक्षा की दृष्टिकोण से उसे मौके पर ही नष्ट कर दिया गया. आईईडी नष्टीकरण से सड़क में गहरा गड्ढा हुआ, जिसे भरकर आवागमन बहाल किया गया.

नक्सलियों ने सीआरपीएफ के वाहन को उड़ा दिया था

इससे पहले 7 जनवरी को छत्तीसगढ़ के बीजापुर जिले में एक बड़ा नक्सली हमला हुआ था. तब उसूर ब्लॉक के अंबेली गांव के पास नक्सलियों ने सुरक्षाबलों की गाड़ी को आईईडी विस्फोट से उड़ा दिया था. इस हमले में दंतेवाड़ा डीआरजी के 8 जवान और एक ड्राइवर समेत 9 लोग शहीद हो गए थे. इस हमले को उस वक्त अंजाम दिया गया था, जब बीजापुर से लौट रही जॉइंट ऑपरेशन टीम अंबेली गांव के पास से गुजर रही थी. यह हमला बीते दो वर्षों में राज्य में सुरक्षाबलों पर नक्सलियों का सबसे बड़ा हमला था. इसके साथ ही यह वर्ष 2025 का पहला बड़ा नक्सली हमला माना गया.