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पद्मावती: अरनब और रजत शर्मा समेत कुछ पत्रकारों ने देखी फिल्म, जानिए क्या रहा रिएक्शन
दीपिका पादुकोण की केंद्रीय भूमिका वाली फिल्म ‘पद्मावती’ का राजपूत नेता विरोध कर रहे हैं। शुक्रवार को राजस्थान के प्रसिद्ध चित्तौड़गढ़ किले में प्रवेश बंद कर दिया गया। मुंबई पुलिस ने फिल्म के विरोध के दौरान कानून को अपने हाथों में लेने वाले संगठनों और लोगों के खिलाफ चेतावनी भी जारी की है। ‘पद्मावती’ को कड़े विरोध का सामना करना पड़ रहा है और फिल्म के निर्माताओं और कलाकारों को प्रदर्शनकारी संगठनों ने शारीरिक नुकसान पहुंचाने की भी धमकी दी है। उनका कहना है कि वे राजपूत इतिहास की विकृतियों को नहीं दिखाने देंगे। सत्तारूढ़ भाजपा ने भी कहा है कि फिल्म निर्माताओं को ऐतिहासिक तथ्यों को विकृत नहीं करना चाहिए। ऐसे में ‘पद्मावती’ को समर्थन मिला है अरनब गोस्वामी और रजत शर्मा जैसे टीवी पत्रकारों का। फिल्म के प्रोड्यूसर्स ने कुछ पत्रकारों के लिए स्पेशल स्क्रीनिंग रखी थी। फिल्म देखने के बाद अरनब ने इसे ‘राजपूतों के लिए सबसे बड़ी श्रद्धांजलि’ बताया। अरनब ने अपने प्राइम टाइम शो में कहा कि फिल्म का हर सीन ‘रानी पद्मिनी की महानता’ को एक ‘सिनेमाई ट्रिब्यूट’ है। अरनब ने कहा, ”जब फिल्म बॉक्स ऑफिस पर रिलीज होगी तो करणी सेना एक बार फिर खुद को बेवकूफ साबित करेगी। भाजपा को करणी सेना का साथ देकर खुद को शर्मिंदा करने की हुज्जत पर सोचना चाहिए।”
वहीं रजत शर्मा ने कहा कि फिल्म का कोई भी सीन ‘राजस्थान के लोगों या राजपूतों की आन-बान-शान के खिलाफ नहीं’ है। उन्होंने अपने प्राइम टाइम शो में कहा, ”फिल्म देखने के बाद मैं दावे से कह सकता हूं कि कोई नहीं कह पाएगा कि पूरी फिल्म की थीम में कुछ ऐसा है कि हमारे गौरवशाली राजपूती इतिहास के खिलाफ हो।”
वरिष्ठ पत्रकार वेद प्रताप वैदिक ने कहा है कि ‘पूरी फिल्म में कहीं भी ऐसी बात नहीं है कि जिससे यह अंदेशा हो कि पद्मावती कर अलाउदीन के लिए जरा भी आकर्षण हो। पद्मावती साहस और चतुराई की मिसाल हैं जो कि इस फिल्म में दिखाया गया है।”
अधिकांश विरोध प्रदर्शन राजस्थान में हुए है, लेकिन कुछ मुंबई में भी हुए हैं। यह फिल्म एक दिसंबर को रिलीज होगी। केंद्रीय फिल्म प्रमाणन बोर्ड ने भी फिल्म को मंजूरी नहीं दी है। फिल्म शायद स्थगित हो सकती है, लेकिन निर्माताओं द्वारा आधिकारिक बयान अभी जारी नहीं किया गया है। फिल्म की रिलीज पर बढ़ते विरोध को देखकर मुंबई पुलिस ने प्रदर्शनकारियों को किसी प्रकार की अप्रिय घटना को अंजाम न देने की चेतावनी दी है।