उत्तर प्रदेश की हर नदी में होंगी विसर्जित होंगी अटल बिहारी वाजपेयी की अस्थियां
पूर्व प्रधानमंत्री और भारत रत्न अटल बिहारी वाजपेयी शुक्रवार को पंचतत्व में विलीन हो गए। उनकी दत्तक बेटी नमिता भट्टाचार्या ने उन्हें मुखाग्नि दी। राजकीय सम्मान के साथ स्मृति स्थल पर उनका अंतिम संस्कार किया गया। देश विदेश के कई नेता वाजपेयी जी की अंतिम यात्रा में शामिल हुए। बीजेपी के मुख्यालय से स्मृति स्थल तक अटल जी की अंतिम यात्रा निकाली गई।
गौरतलब है कि पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी का दिल्ली के एम्स में गुरुवार शाम निधन हो गया था। केंद्र सरकार की ओर से दुख की इस घड़ी में 7 दिन का राष्ट्रीय शोक घोषित किया गया वहीं देश के कई राज्यों में भी राजकीय शोक का ऐलान किया गया है। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने 7 दिन के राजकीय शोक का ऐलान किया है।
अटल बिहारी वाजपेयी का उत्तर प्रदेश के हर क्षेत्र से लगाव था। उनकी अस्थियां सभी प्रमुख नदियों में प्रवाहित की जाएगी। उनकी अस्थियों को गंगा, यमुना और ताप्ती समेत उत्तर प्रदेश की सभी नदियों में विसर्जित किया जाएगा।
Ashes of former prime minister #AtalBihariVajpayee will be spread in every river in Uttar Pradesh including Ganga, Yamuna, and Tapti, to respect his grand stature: UP government pic.twitter.com/UC2pW12CIq
— ANI UP (@ANINewsUP) August 17, 2018
इससे आम जनता को भी उनकी अंतिम यात्रा से जुडऩे का अवसर मिलेगा। अटल बिहारी वाजपेयी ने नदियों को जोडने की योजना बनाई थी। उनकी अस्थियां सभी नदियों में प्रवाहित कर उन्हें पार्टी श्रद्धांजलि अर्पित करेगी।
पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी की स्मृतियों को योगी सरकार खास सम्मान देगी और अटल जी से जुड़े कुछ खास क्षेत्रों में उनकी स्मृतियां सहेजी जाएंगी।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने घोषणा की कि अटल के पैतृक स्थान आगरा के बटेश्वर, शिक्षा क्षेत्र कानपुर, प्रथम संसदीय क्षेत्र बलरामपुर और कर्मभूमि लखनऊ में उनकी स्मृतियों को सजीव रखने के लिए विशिष्ट कार्य किये जाएंगे।