Asian Games 2018: विकास कृष्ण का मेडल पक्का, लगातार 3 पदक जीतने वाले बनेंगे पहले भारतीय मुक्केबाज
भारतीय मुक्केबाज विकास कृष्ण ने 18वें एशियाई खेलों में बुधवार को पुरुषों की 75 किलोग्राम मिडलवेट स्पर्धा के सेमीफाइनल में प्रवेश कर लिया है। इस जीत के साथ विकास ने इस स्पर्धा में अपने लिए एक पदक पक्का कर लिया है। विकास लगातार तीन एशियाड में मेडल जीतने वाले पहले भारतीय मुक्केबाज होंगे। उन्होंने 2010 ग्वांग्झू एशियन गेम्स में गोल्ड, जबकि 2014 इंचियोन में ब्रॉन्ज मेडल अपने नाम किया था।
सेमीफाइनल में विकास कृष्ण का सामना कजाकिस्तान के अबिलखान अमानकुल से होगा। विकास ने क्वार्टर फाइनल में हुए संघर्षपूर्ण मुकाबले में चीन के मुक्केबाज तांगलातिहान तोहेता को 3-2 से हराया। आठ साल से अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर मुक्केबाजी कर रहे विकास ने इंचियोन में हुए एशियाई खेलों में इसी स्पर्धा में कांस्य पदक जीता था। चीन के अनुभवहीन मुक्केबाज के खिलाफ पहले राउंड में विकास को अपना बचाव करते देखा जा रहा था और वह संभलकर अपने प्रतिद्वंद्वी पर वार कर रहे थे।
गोल्ड कोस्ट में हुए राष्ट्रमंडल खेलों के स्वर्ण पदक विजेता विकास जैब और हुक पंचों का इस्तेमाल कर रहे थे। उन्हें चीन के मुक्केबाज से बराबरी की टक्कर मिल रही थी। हालांकि, उन्होंने अपने अनुभव का इस्तेमाल करते हुए अंत में जीत हासिल की। वहीं अमित ने 49 किलोग्राम भारवर्ग स्पर्धा के क्वार्टर फाइनल मुकाबले में उत्तरी कोरिया के मुक्केबाज रयोन किम जांग को 5-0 से मात दी। सेमीफाइनल में उनका सामना फिलीपींस के पालम कार्लो से होगा।
मित ने अपने क्वार्टर फाइनल मुकाबले में दमदार प्रदर्शन किया और वह विपक्षी मुक्केबाज पर तीनों राउंड में हावी नजर आए। पहले राउंड में दोनों मुक्केबाजों ने मुक्कों की बौछार की। अमित ने कोरियाई विपक्षी के डिफेंस को भेदने के लिए लगातार लो गार्ड रखा और उनकी तेजी एवं उत्कृष्ट तकनीक ने उन्हें रक्षात्मक रूप से मजबूत बनाए रखा। दूसरे दौर में अमित अपने विपक्षी के डिफेंस को भेदने में कामयाब हुए और लागातर मुक्के बरसाते रहे। तीसरे राउंड में भी अमित ने इसे जारी रखा और 5-0 से मैच जीत लिया।