Aus vs Ind: ICC ने मोहम्मद सिराज पर लगाया जुर्माना, होगा इतने पैसों का नुकसान, हेड को भी मिली यह सजा
ICC’s punishes to Mohammed Siraj: हाल ही में खत्म हुए एडिलेड टेस्ट में कई बातों को सुर्खियां मिलीं. परिणाम से इतर ट्रेविस हेड (Travis Head) के शानदार शतक को फैंस हमेशा याद रखेंगे, तो पैट कमिंस और जसप्रीत बुमराह ने भी गेंद से दम दिखाया, लेकिन इन तमाम बातों से अलग मैच खत्म होने के बाद जो बात खासी चर्चा में रही, वह था मोहम्मद सिराज और ट्रेविस हेड (Mohamemd Siraj vs Travis Head) के बीच मैदान पर हुई झड़प. शतक बनाने वाले हेड के आउट होने के बाद दोनों खिलाड़ियों के बीच घटी “वर्ड-वॉर” की गूंज प्रेस कॉन्फ्रेंस से लेकर पूर्व क्रिकेटरों के बीच भी पहुंची. तभी यह लगने लगा था कि एक बार को भले ही हेड बच जाएं, लेकिन सिराज मैच रैफरी से नहीं बच पाएंगे क्योंकि सिराज (Mohammed Siraj) ने कुछ और घटनाओं पर ऐसी आक्रामकता दिखाई, जिसका कोई मतलब नहीं था. बहरहाल, अब घटना पर दोनों खिलाड़ियों की तरफ से पक्ष रखने के बाद मैच रैफरी ने सजा का ऐलान कर दिया.
यह सजा आईसीसी ने
मैच रैफरी ने भारतीय पेसर को आईसीसी की आचार संहिता के नियम 2.5 के उल्लंघन का दोषी पाया है. इसके तहत “अभद्र भाषा, क्रिया या ऐसी हरकत है, जो बल्लेबाज के आउट होने पर उसे आक्रामक प्रतिक्रिया देने के लिए उत्तेजित कर सकती है.” मैच रैफरी ने सिराज पर मैच फीस का 20 प्रतिशत जुर्माना लगाया है. और यह राशि सिराज को अच्छी-खासी चोट पहुंचाएगी. यह वह रकम है, जो कुछ साल पहले तक किसी एक मैच की शत-प्रतिशत फीस हुआ करती थी.
सिराज को होगा इतना नुकसान
बीसीसीआई पिछले साल तक प्रति टेस्ट खेलने वाले खिलाड़ी को मैच फीस के लिए 15 लाख रुपये चुकाता था, लेकिन मार्च में बीसीसीआई ने फीस बढ़ाने का ऐलान किया था. इसके तहत अगर सीजन में कोई भी खिलाड़ी सात या इससे ज्यादा मैच खेलेगा, तो उसे प्रति टेस्ट मैच 45 लाख रुपये मिलेंगे. ऐसे में सिराज की मैच फीस से जुर्माने के रूप में उन्हें करीब 9 लाख रुपये का नुकसान झेलना पड़ेगा.
कंगारू बल्लेबाज ट्रेविस हेड को 2.13 नियम तोड़ने का दोषी पाया गया. इसके तहत- “किसी अंतरराष्ट्रीय के दौरान खिलाड़ी,सपोर्ट स्टॉप, अंपायर या मैच रैफरी को गाली देना है.” इसके लिए मैच रैफरी ने लेफ्टी बल्लेबाज को सिर्फ फटकार लगाई, लेकिन हेड के डिसिप्लीन रिकॉर्ड में एक डिमेरिट अंक जोड़ा गया है. पिछले 2 महीने के भीतर हेड का यह इस तरह का पहला अपराध था.