चीन के सामने मजबूती से खड़ा रखने की तैयारियों में ऑस्ट्रेलिया, युद्धपोतके लिए 1.78 लाख करोड़ का ठेका

ऑस्ट्रेलिया अपनी सैन्य ताकत और प्रशांत महासागर में खुद को चीन के सामने मजबूती से खड़ा रखने की तैयारियों में है। इसके लिए ऑस्ट्रेलिया ने ब्रिटिश डिफेंस जाइंट कंपनी बीएई को आधुनिक तकनीक से लेस युद्धपोत बनाने के लिए 1.78 लाख करोड़ (26 बिलियन डॉलर) रुपए का कॉन्ट्रैक्ट दिया है। इस कॉन्ट्रैक्ट के तहत बीएई को ऑस्ट्रेलिया के लिए 9 नए युद्धपोत बनाने होंगे। बीएई ने इतालवी और स्पेनिश कंपनियों को पछाड़ते हुए यह बड़ा कॉन्ट्रैक्ट अपने नाम किया है।

बीएई इस वक्त यूनाइटेड किंगडम के लिए भी एंटी-सबमरीन युद्धपोत बना रहा है और इसी तरह की युद्धपोत वह अब ऑस्ट्रेलिया के लिए भी बनाएगा। हालांकि यह युद्धपोतों का निर्माण ऑस्ट्रेलिया में ही होगा और लोकल वर्कर ही इसका निर्माण करेंगे, लेकिन ठेका बीएई के पास होगा। ऑस्ट्रेलिया स्थित बीएई की शाखा का कहना है कि इन यद्धपोतों के निर्माण की वजह से ऑस्ट्रेलिया की अर्थव्यवस्था पर सकारात्मक प्रभाव पड़ेगा। इससे देश में हजारों नौकरियों के अवसर पैदा होंगे और बहुत से उद्योगों को भी फायदा होगा।

ऑस्ट्रेलिया में बीएई के चीफ एग्जीक्यूटिव गब्बी कॉस्टीगन का कहना है, ‘रॉयल ऑस्ट्रेलियन नेवी ने युद्धपोतों के निर्माण के लिए हमारा चयन किया, इसके लिए हम बहुत खुश हैं। जरूरत को ध्यान में रखते हुए आधुनिक तकनीक का प्रयोग करते हुए इनका निर्माण किया जाएगा।’ वहीं ऑस्ट्रेलिया के प्रधानमंत्री मेलकॉम टर्नबुल भी इस डील से बेहद खुश हैं। उन्होंने कहा कि जिन जहाजों का निर्माण किया जाएगा वह दुनिया के सबसे उन्नत दर्जे की एंटी-सबमरीन युद्धपोत होंगे।

यूके की प्रधानमंत्री थेरेसा मे भी इस डील को लेकर काफी उत्साहित हैं। उनका कहना है कि इस डील से यूके की अर्थव्यवस्था को उछाल मिलेगा और ऑस्ट्रेलिया जैसे महत्वपूर्ण देश के साथ रिश्ते भी मजबूत होंगे। इन जहाजों का निर्माण बीएई के 26 युद्धपोत सिस्टम के आधार पर किया जाएगा और इन्हें ‘द हंटर’ कहा जाएगा। ‘द हंटर’ में लॉन्ग रेंज की एंटी मिसाइल भी लगी होंगी और इसके अलावा अन्य तरह के आधुनिक हथियार भी इसमें शामिल किए जाएंगे। नए जहाज ऑस्ट्रेलिया की नेवी में वर्तमान में इस्तेमाल किए जा रहे ANZAC क्लास युद्धपोत को रिप्लेस करेंगे।

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