बाथरूम में गिर पड़ी थीं जयललिता, बेड पर लाते ही हो गई थीं बेहोश- पहली बार सामने आया पूरा ब्योरा
तमिलनाडु की पूर्व मुख्यमंत्री जे. जयललिता के स्वास्थ्य और निधन को लेकर कई सवाल उठाए गए थे। उनकी करीबी सहयोगी और भ्रष्टाचार के मामले में दोषी करार शशिकला ने इस रहस्य पर से परदा उठाने की कोशिश की है। दिवंगत जयललिता की मौत के कारणों का पता लगाने के लिए जस्टिस ए. अरुमुघस्वामी आयोग का गठन किया गया था। शशिकला ने आयोग के समक्ष लिखित में महत्वपूर्ण जानकारी दी है। शशिकला ने दावा किया कि 2016 में उन्होंने जयललिता को अस्पताल में भर्ती होने की सलाह दी थी, लेकिन उन्होंने नहीं मानी थी। दरअसल, हालत बिगड़ने से पहले शशिकला के रिश्तेदार डॉक्टर केएस. शिव कुमार ने जयललिता की दो बार जांच की थी। शशिकला ने आयोग को बताया कि 22 सितंबर, 2016 में पोएस गार्डन स्थित आवास में जयललिता की तबियत अचानक से बिगड़ गई थी। रात में तकरीबन साढ़े नौ बजे ब्रश करने के बाद वह दूसरे फ्लोर पर स्थित बाथरूम में गई थीं। उसी वक्त उन्होंने अस्वस्थ होने के संकेत दिए थे। शशिकला का दावा है कि उन्होंने जयललिता को बेड पर लाया था, जहां वह बेहोश हो गई थीं। बता दें कि जयलिलता का 5 दिसंबर, 2016 में निधन हो गया था।
‘द हिंदू’ के अनुसार, शशिकला ने 12 मार्च को अरुमुघस्वामी आयोग के समक्ष 55 पृष्ठों का हलफनामा दिया था। इसमें जयललिता को अस्पताल ले जाने से पहले के घटनाक्रमों के अलावा अन्य जानकारी दी गई है। शशिकला ने बताया, ‘जयललिता के मूर्छित होने के तुरंत बाद डॉ. शिव कुमार दो सुरक्षा अधिकारियों के साथ कमरे में आए थे। उन्होंने तत्काल अपोलो अस्पताल की उपाध्यक्ष प्रीता रेड्डी के पति विजय कुमार रेड्डी को इसकी जानकारी दी थी। 10 से 15 मिनट के अंदर में दो एंबुलेंस पोएस गार्डन पहुंच गए थे। पुलिस कंट्रोल रूम को भी इसकी जानकारी दे गई थी, ताकि सड़क को क्लियर रखा जा सके। जया को एंबुलेंस में ही होश आ गया था। उन्होंने पूछा था कि उन्हें कहां ले जाया जा रहा है। तब उन्हें हॉस्पिटल ले जाने की बात कही गई थी।’