योगगुरू बाबा रामदेव ने मोफी सरकार पर लगाया 1-1 लाख रुपये माँगने का आरोप
योगगुरू बाबा रामदेव ने आरोप लगाया है कि आध्यात्मिक टीवी चैनलों के प्रसारण के लिए मोदी सरकार बहुत ज्यादा टेलिकास्ट फी वसूल रही है। बाबा ने बुधवार (17 जनवरी) को नई दिल्ली में आस्था चैनल के मोबाइल एप को लॉन्च करते हुए केंद्र की मोदी सरकार की आलोचना की और कहा कि सरकार आस्था, अरिहंत और वैदिक जैसे आध्यात्मिक और भक्ति चैनलों से हाई टैक्स के तौर पर एक-एक लाख रुपये मांग रही है। रामदेव ने कहा कि कोई भी बाबा कहां से इतना पैसा देगा। बाबा के पास इतना पैसा नहीं है। बाबा रामदेव ने कहा कि सरकार हम लोगों से एक-एक लाख रुपये मांग रही है। उन्होंने कहा कि साधु-संतों पर टैक्स मत लगाओ। हमलोग धार्मिक हैं। अपने देश से प्यार करते हैं।
बाबा ने यह भी कहा कि हमलोगों को इस तरह के फी और टैक्स से मुक्त किया जाए। उन्होंने कहा कि लोग इन चैनलों पर अध्यात्म का प्रवचन सुनना चाहते हैं। ऐसे में बाबा लोग एक लाख रुपये रोज अपनी जेब से कहां से चुकाएंगे? बाबा ने कहा कि सरकार आस्था और वैदिक जैसे चैनलों से कुल 32 करोड़ रुपये मांग रही है।
रिपब्लिक वर्ल्ड के मुताबिक बाबा ने इसे शर्मनाक बताया है। बाबा ने कहा है कि आस्था के नाम पर इस तरह की वसूली उचित नहीं है। उन्होंने कहा कि इस सरकार से ऐसी उम्मीद नहीं थी। बाबा ने जिस एप को लॉन्च किया उसके देश में ऐसा पहला एप होने का दावा किया जा रहा है जिसमें एक ही प्लेटफॉर्म पर सभी तरह के आध्यात्मिक तथ्य उपलब्ध होंगे। इस एप पर यूजर आस्था,अरिहंत और वैदिक टीवी चैनलों के प्रोग्राम भी देख सकेंगे। बाबा ने एप के बारे में बताया कि इस पर सभी चारों आध्यात्मिक टीवी चैनलों के लाइव प्रोग्राम देखे जा सकेंगे। इसके अलावा 9 दिन पुराने प्रोग्राम को भी यूजर्स देख सकेंगे।
बाबा ने बताया कि एप पर आध्यात्मिक संग्रह विभिन्न हिन्दी-अंग्रेजी के अलावा तमिल, तेलगु, कन्नड़, मलयालम,उड़िया, बांग्ला और मराठी भाषाओं में भी उपलब्ध होंगे। एप पर बाबा रामदेव के योग कैम्प, प्रवचन तो उपलब्ध होंगे ही उन्हें डब करके अलग-अलग भाषाओं में भी उपलब्ध कराया जाएगा। बाबा ने बताया कि आस्था चैनल जल्द ही तमिल, तेलगु और मलयालम भाषा में भी लॉन्च किया जाएगा।