दिल्ली वाले बाबा के क़ैद मे थी 16000 रानियाँ : ये तो राम रहीम का भी गुरु निकला: पढ़े AknNews की पूरी रिपोर्ट
देश के आरोपी बाबाओं की लिस्ट में ये सबसे नया बाबा, भेद खुलते ही सबसे कुख्यात हो गये हैं. अगर आप इनके अश्लीलता भरे कारनामे से अवगत होंगे तो इन्हे आप हाल ही के कुख्यात बाबा राम रहीम के भी गुरु करार कर देंगे
आज़ हम इस बाबा की करतूतों से पर्दा हटाने जा रहे हैं ये सब जानकारियाँ हम विभिन्न मीडीया सूत्रो से इकट्ठा करके आपके सामने प्रस्तूत कर रहे हैं
ये रिपोर्ट अगले दिन भी जारी रहेगी और हम आपके सामने नई नई गुत्थियों को खोलते रहेंगे
आश्रमों में कुल मिलकर 16 हज़ार रानियां. उन सभी रानियों को वो बाबा नशे का इंजेक्शन देकर बंद कमरे में आशीर्वाद दिया करता था. लेकिन अब जैसे ही बाबा के रहस्यलोक का ताला टूटना शुरू हुआ आश्रम के अंदर से एक एक कर ये रानियां आज़ाद हो रही हैं और उनके साथ ही बाहर आ रही हैं बाबा की हैरान कर देने वाली कहानियां.
रोहिणी का विजय विहार अपने आप को हारा हुआ महसूस कर रहा था. इलाके की बेटियां सहमी हुई थीं. औरतें सुलग रही थीं गुस्से में. वो कह रही थी कि बाबा वीरेंद्र देव दीक्षित नाम का एक अय्याश आध्यात्म के नाम पर अय्याशियों का तहखाना चला रहा था कि और वो कुछ नहीं कर पा रही थीं.
दिनभर छापा चलता रहा. रात हो गई. कई लड़कियों के परिजन उन्हें छुड़ाने के लिए बाहर घंटों खड़े रहे. किसी की बहन को बाबा वीरेंद्र देव दीक्षित ने बंधक बना रखा था तो किसी की बेटी बरसों से इस कैदखाने में थी. लेकिन वो वीरेंद्र दीक्षित न तो उन्हें किसी से मिलने देता और न ही बाहर निकलने देता.
कुल 41 महिलाओं और बच्चियों को हाईकोर्ट और स्वाति मालीवाल की टीम ने अभी तक छुड़ाया है। बताते हैं कि लगभग डेढ़ सौ महिलाएं अभी भी आश्रम नाम के इस कैदखाने में हैं. ज्यादातर को तो बरसों की यातना और उत्पीड़न ने इतना तोड़ दिया है कि वो न कुछ बता पा रही हैं और न बोल पा रही हैं.
कौन है वीरेंद्र देव दीक्षित
करीब सत्तर साल का ये शख्श मूलरुप से गुजरात का रहने वाला है. कई सालों तक ब्रहकुमारी आश्रम से जुड़े रहने के बाद इसने अपना आश्रम बनाना शुरु कर दिया. फर्रुखाबाद, बांदा और अहमदाबाद में भी इसके खिलाफ जालसाजी, आत्महत्या के लिए उकसाने और रेप जैसे मामले दर्ज हैं. ये शख्श खुद को कृष्ण का अवतार बताता है और महिलाओं को पटरानी. बीते छह महीने से ये दिल्ली के इस आश्रम में नहीं देखा गया है. अब हाईकोर्ट ने सीबीआई से कहा है कि इस वीरेंद्र देव दीक्षित को तरंत हाजिर किया जाए.
किलेनुमा है आश्रम
दिल्ली में करीब एक हजार स्क्वायर मीटर में इसका आश्रम फैला है. कई बार आश्रम में रहने वाली महिलाओं को परिजन लेने आते थे लेकिन किलेनुमा बने इस आश्रम के बाहर रोकर चले जाते थे. उन्हें मिलने नहीं दिया जाता था.
बाबा के समर्थक क्या कहते हैं
एक पूर्व भक्त ने कहा कि वो 15 दिन का कोर्स करने के लिए आश्रम गया था. फर्स्ट फ्लोर पर उपदेश दिया जाता था. उसने बताया कि केवल सीडी चला कर उपदेश दिया जाता था. एक लड़की शिक्षा देती थी और एक महिला हमेशा उसके साथ होती थी. वे लोग 15 दिन के लिए फर्रुखाबाद ले जाना चाहते थे इसीलिए उसने कोर्ट को छोड़ दिया था. उसने कहा कि यहां कोई गलत काम होते तो नहीं देखा लेकिन एक लड़की ने आत्महत्या की थी.
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