बांदीपुरा मुठभेड़: सुरक्षाबलों ने दो आतंकियों को मार गिराया, गरुड़ फोर्स के दो कमांडो शहीद
जम्मू एवं कश्मीर के बांदीपुरा जिले में बुधवार को आतंकवादियों के साथ मुठभेड़ में भारतीय वायुसेना की विशेष इकाई गरुड़ कमांडो के दो जवान शहीद हो गए। इस दौरान दो आतंकवादी भी मारे गए। रक्षा मंत्रालय के प्रवक्ता कर्नल राजेश कालिया ने कहा, “अभियान के अनुभव और प्रशिक्षण के लिए सेना के साथ शामिल हुए ये दो गरुड़ जवान कार्रवाई के दौरान शहीद हो गए।” कालिया ने कहा कि सुरक्षा बलों और आतंवादियों के बीच मुठभेड़ बांदीपुरा जिले के हाजिन इलाके में हुई। इससे पहले रक्षा सूत्रों और पुलिस दोनों ने कहा था कि हाजिन मुठभेड़ में शहीद हुए जवान भारतीय सेना से थे। मुठभेड़ में एक और सैनिक घायल हो गया। रिपोर्ट के अनुसार, एक घर में आतंकवादियों की मौजूदगी की खुफिया जानकारी के बाद बुधवार तड़के सुरक्षा बलों ने परिबल गांव को घेर लिया, जिसके बाद सुरक्षा बलों और आतंकवादियों के बीच मुठभेड़ शुरू हो गई। सुरक्षा बल जैसे ही उस घर के पास पहुंचे जहां आतंकवादी छिपे हुए थे तो उन्होंने सुरक्षा बलों पर गोली चलानी शुरू कर दी, जिससे जवाब में सुरक्षा बलों ने भी गोलियां चलाई। मुठभेड़ में दो आतंकवादी मौके पर ढेर हो गए।
पुलिस सूत्रों के अनुसार, “इस गोलीबारी में तीन जवान घायल हो गए। उनमें से दो गंभीर रूप से घायल जवानों ने बाद में दम तोड़ दिया।” कालिया के अनुसार, “चिनार कॉर्प्स के कमांडर और सभी रैंकों के अधिकारियों ने शहीदों को सलाम करते हैं और शोक संतप्त परिवारों के प्रति संवेदना व्यक्त करते हैं।” गरुड कमांडो भारतीय वायुसेना की एक विशेष इकाई है, जिसमें 1,000 से ज्यादा कमांडो हैं। गरुड़ कमांडो को नौसेना के मार्कोस और सेना के पैरा कमांडो की तर्ज पर प्रशिक्षित किया जाता है।
बता दें कि मंगलवार (10 अक्टूबर) को श्रीनगर में अर्धसैनिक केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) के एक वाहन पर आतंकवादियों ने हमला कर दिया। हमले में कोई जवान घायल नहीं हुआ है, लेकिन एक हमलावर मारा गया था। उससे ठीक एक दिन पहने, बडगाम जिले में आतंकवादियों के साथ हुई मुठभेड़ में भारतीय सेना के एक जूनियर कमीशन अधिकारी शहीद हो गए। घेराबंदी कड़ी किए जाने पर छिपे हुए आतंकवादियों ने सुरक्षा बलों पर गोलियां दागनी शुरू कर दीं, जिसमें सुबेदार राज कुमार घायल हो गए और गंभीर रूप से घायल होने के कारण बाद में उन्होंने दम तोड़ दिया।