BCCI सचिव ने 110 दिन में लिया 25 लाख रुपये का टीए/डीए, फीफा भी नहीं देता इतना पैसा
बीसीसीआई के कार्यवाहक सचिव अमिताभ चौधरी ने (टीए ,डीए) के तहत 25 लाख रुपए खर्च होने का दावा किया, जिसके अनुसार उन्होंने 110 दिन के दौरान यह पैसे खर्च किए। बीसीसीआई ट्रेवल पॉलिसी के अंतर्गत भारत से बाहर जाने वाले पदाअधिकारियों को बोर्ड 750 डॉलर प्रतिदिन तो वहीं भारत में किसी दूसरी जगह जाने पर 20 हजार रुपए प्रतिदिन के हिसाब से पैसे देती है। वहीं विदेश जाने वाले कार्यकारी सहायक को (टीए, डीए) के रूप में 350 डॉलर प्रति दिन के हिसाब से खर्च दिया जाता है। हाल ही में बीसीसीआई के कार्यवाहक सचिव अमिताभ चौधरी ने पिछले 110 दिन के अपने खर्च का ब्यौरा दिया जिसमें उन्होंने 25 लाख रुपए का बिल दिखाया और इस रकम को हासिल भी की। द इंडियन एक्सप्रेस द्वारा बीसीसीआई के ऑफिशियल एक्सपेंस शीट के पिछले छह महीने का ब्यौरा जांच करने पर यह बात सामने आई है कि बीसीसीआई ने पिछले छह महीने के दौरान एक करोड़ रुपए अपने टॉप के तीन अधिकारियों पर खर्च किए जिनमें 50 लाख रुपए अधिकारियों के आने-जाने और ठहरने पर खर्च किया गया।
बीसीसीआई के यह आकड़े फीफा में अधिकारियों को देने वाले (टीए ,डीए) से भी ज्यादा है। फीफा में परिषद के सदस्यों प्रति दिन के हिसाब से 150 डॉलर दिया जाता है। पिछले महीने के रिकॉर्ड पर नजर डाले तो सचिव अमिताभ चौधरी को 8 दिन के यूके ट्रिप के लिए बीसीसीआई की तरफ से 6 हजार डॉलर का (टीए ,डीए) मिला था। सीओए ने अपनी रिपोर्ट में सभी खर्चों का विस्तार से वर्णन किया था जिसमें हवाई यात्रा का किराया, टीए-डीए, ठहरने पर हुआ खर्चा, विदेशी विनमय भत्ते आदि शामिल हैं।
सीओए ने अमिताभ चौधरी के खिलाफ कारण बताओ नोटिस जारी करके यह भी पूछा था कि उन्हें भूटान जाने की क्या जरूरत थी। उन्होंने भूटान जाने से पहले प्रशासकों की समिति से मंजूरी क्यो नहीं ली। सीओए ने चौधरी के लगातार विदेश और घरेलू दौरों पर भी सवाल उठाया चूंकि उन्होंने बीसीसीआई सचिव अनिरूद्ध चौधरी और कार्यवाहक अध्यक्ष सी के खन्ना से भी ज्यादा यात्राएं की है। बता दें कि अमिताभ चौधरी ने दिल्ली, मुंबई, कोलकत्ता, बड़ोदरा, बेंग्लुरु, केपटाउन, काबुल और भूटान जैसी जगहों पर यात्राएं की थी।