राज्यसभा चुनाव 2018 के बाद भाजपा बनी राज्यसभा में सबसे बड़ी पार्टी

भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के लिए 23 मार्च की तारीख हमेशा खास रहेगी। शुक्रवार को पार्टी संसद के उच्च सदन में कुल 12 सीटें जीतने के बाद राज्यसभा की सबसे बड़ी पार्टी बनी। ऐसे में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के लिए ये मौका खास था। उन्होंने उत्तर प्रदेश के उपचुनावों में हार का बदला लेते हुए बहुजन समाज पार्टी (बसपा) समाजवादी पार्टी (सपा) पर ताना मारा। कहा कि सपा ले सकती है। दे नहीं सकती। समझदार लोगों के लिए ठोकर ही काफी है। आपको बता दें कि शुक्रवार को कुल 17 राज्यों में राज्यसभा के चुनाव हुए थे। 10 में से 33 उम्मीदवार निर्विरोध चुने गए, जबकि बाकी के सात राज्यों की 26 राज्यसभा सीटों पर मतदान हुआ। इन सीटों में से 12 पर कमल खिला। उत्तर प्रदेश के सभी उम्मदीवारों के हाथ जीत लगी है। अब उच्च सदन में भाजपा के 73 सांसद है, जिससे वह यहां सबसे बड़ी पार्टी बन गई है। चुनाव में यूपी वह अतिरिक्त सीट भी थी, जिस पर पूरे दिन हाई वोल्टेज ड्रामा देखने को मिला था। बहुजन समाज पार्टी (बसपा), समाजवादी पार्टी (सपा) और कांग्रेस एक-दूसरे पर क्रॉस वोटिंग के आरोप लगाती दिखीं।
चुनाव में 10वीं सीट जीतने पर यूपी के सीएम ने विपक्षी दलों पर शाब्दिक हमला किया। उन्होंने सपा पर निशाना साधते हुए सुझाया कि चुनाव में सपा के अतिरिक्त वोट बसपा उम्मीदवारों के पास नहीं गए और यह बसपा के लिए एक सबक हो सकता है। बकौल सीएम, “इस चुनाव में सपा का अवसरवादी चेहरा प्रदेश को दिखा है। समाजवादी पार्टी ले सकती है, दे नहीं सकती। समझदार ठोकर से समझते हैं।”
राज्यसभा चुनाव में उत्तर प्रदेश से भाजपा के नौ उम्मीदवारों के हाथ जीत लगी है, जिनमें अरुण जेटली, जीवीएल नरसिम्हा राव, अनिल जैन, डॉ.अशोक वाजपेयी, विजयपाल सिंह तोमर, सकलदीप राजभर, हरनाथ सिंह यादव, अनिल अग्रवाल और कांता कर्दम जीते हैं।
यूपी उपचुनाव में इससे पहले गोरखपुर और फूलपुर में कमल को सपा की साइकिल ने कुचल दिया था। सपा की उन चुनावों में बड़ी जीत हुई थी। सीएम योगी के संसदीय क्षेत्र गोरखपुर के साथ फूलपुर से जीत सपा के हाथ लगी थी। शुरुआत में तो इन दोनों ही सीटों पर कांटे की टक्कर थी, मगर बाद में सपा ने बाजी मार ली थी।