कर्नाटक: बीजेपी उम्मीदवार ने कहा- पार्टी ने नहीं उतारे अच्छे कैंडिडेट, नहीं चलेगा पीएम मोदी का जादू
कर्नाटक में विधान सभा चुनाव होने में 11 दिन ही बचे हैं। उससे पहले भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के उम्मीदवार और पूर्व अभिनेता सीपी योगेश्वर ने पार्टी के खिलाफ बयान देकर बीजेपी के लिए मुश्किलें खड़ी कर दी हैं। 55 साल के योगेश्वर ने बिजनेस स्टैंडर्ड से बातचीत में कहा कि बीजेपी ने राज्य की सभी 224 सीटों पर उम्मीदवार खड़े किए हैं मगर कई सीटों पर सही उम्मीदवार नहीं उतारे हैं। इतना ही नहीं सीपी योगेश्वर ने कहा कि कर्नाटक चुनावों में पीएम नरेंद्र मोदी का जादू भी नहीं चलेगा। उन्होंने कहा, “मोदीजी का जादू लोकसभा चुनाव में चला था लेकिन इस बार के विधान सभा चुनाव में उनका जादू नहीं चलनेवाला है क्योंकि बीजेपी ने सही उम्मीदवार खड़े नहीं किए हैं।” उन्होंने कहा, “यह उत्तर प्रदेश विधान सभा चुनाव जैसा नहीं है। दक्षिण भारत में तमिलनाडु, केरल, कर्नाटक में क्षेत्रीय दलों का प्रभाव ज्यादा है। बीजेपी भी प्रभावशाली बनने की कोशिश कर रही है लेकिन बिना जमीनी नेता और कार्यकर्ता के।”
बता दें कि सी पी योगेश्वर रामनगर जिले की चन्नापटना विधान सभा सीट से बीजेपी के उम्मीदवार हैं। वो इससे पहले कांग्रेस और समाजवादी पार्टी के टिकट पर भी यहां से चुनाव जीत चुके हैं। साल 1999 में योगेश्वर ने यहां से निर्दलीय चुनाव जीता था। इसके बाद उन्होंने उप चुनाव में बीजेपी के टिकट पर जीत दर्ज की थी। वोक्कालिगा समुदाय से संबंध रखने वाले योगेश्वर फिल्मों में भी काम कर चुके हैं। उन पर करप्शन के भी आरोप लग चुके हैं। इन्होंने अपने चुनावी क्षेत्र में अच्छा काम किया है और किसानों की सिंचाई की समस्या का बेहतर समाधान निकाला है। इस वजह से लोगों के बीच काफी लोकप्रिय हैं। योगेश्वर अपने बूते चुनाव जीतने की हैसियत रखते हैं। बीजेपी सरकार में ये मंत्री भी रह चुके हैं।
चन्नापटना के आसपास के इलाकों में जनता दल सेक्यूलर (जेडीएस) का अच्छा प्रभाव माना जाता है। इस इलाके में वोक्कालिगा समुदाय की अच्छी आबादी है जो जेडीएस का परंपरागत वोट बैंक है। बावजूद इसके पिछले चुनाव में योगेश्वर ने पूर्व मुख्यमंत्री और जेडीएस नेता एच डी कुमारास्वामी की पत्नी अनीता को हराया था। योगेश्वर यहां से साल 1999 से लगातार जीतते रहे हैं। यह अलग बात है कि हर बार वो पार्टी बदलते रहे हैं। 2013 में वो यहां से समाजवादी पार्टी के टिकट पर जीते थे। बीच में फिर बीजेपी में चले गए। पुराने मैसूर के रामनगर जिले में चार विधान सभा सीटें आती हैं, जहां से कांग्रेस और जेडीएस के ही उम्मीदवार जीतते रहे हैं लेकिन चन्नापटना अकेली सीट है जहां से योगेश्वर जीतते रहे हैं।