झारखंड में बॉडीगार्ड पाने के लिए किराए पर शूटर बुलाकर BJP नेता ने खुद पर ही चलवा ली थी गोली
झारखंड में बीते दिनों बुंदु के नगर पंचायत चेयरमैन पर हुई फायरिंग मामले में पुलिस ने बड़ा खुलासा किया है। दरअसल रांची पुलिस ने गुरुवार को एक हिस्ट्रीशीटर अपराधी को इस मामले में गिरफ्तार किया है। इस अपराधी ने पुलिस पूछताछ में बड़ा खुलासा किया है, जिसके तहत उसने बताया है कि बीती 31 मई को उसने नगर पंचायत चेयरमैन और भाजपा नेता राजेश ऑरोन पर फायरिंग सिर्फ इसलिए की थी, ताकि उन्हें सुरक्षा के लिए रांची प्रशासन द्वारा बॉडीगार्ड मिल सके। वहीं राजेश ऑरोन ने इस आरोपों ने इंकार किया है। उनका कहना है कि वह बॉडीगार्ड का खर्च वहन ही नहीं कर सकते।
वहीं पुलिस जांच में भी पता चला है कि जिस दिन भाजपा नेता राजेश ऑरोन पर हमला हुआ, उसी दिन शाम में उन्हें प्रशासन द्वारा एक बॉडीगार्ड मुहैय्या कराया गया था। अपनी सफाई में राजेश ऑरोन का कहना है कि मैं एक प्रार्थना पत्र देकर आसानी से बॉडीगार्ड पा सकता हूं। मेरे पास इतने पैसे ही नहीं है कि मैं बॉडीगार्ड का खर्च नहीं उठा सकूं। राजेश ऑरोन का कहना है कि उन पर फायरिंग की पूरी घटना सीसीटीवी कैमरे में दर्ज है और बाद में पुलिस ने उन्हें यह भी बताया था कि वह अपराधियों का टारगेट नहीं थे। बता दें कि शुक्रवार को पुलिस ने दोनों अपराधियों को मीडिया के सामने पेश किया। इनमें से एक का नाम नीतीश लाहा है, जिसका पुराना क्रिमिनल रिकॉर्ड है, वहीं उसके साथी का नाम कुमार महतो है।
पुलिस ने मीडिया को बताया कि दोनों अपराधियों ने स्वीकार किया है कि बुंदु बस स्टैंड के कॉन्ट्रैक्टर सूरज ऑरोन ने दोनों अपराधियों को हमले का निर्देश दिया था। अपने निर्देश में सूरज ऑरोन ने अपराधियों से चेयरमैन राजेश ऑरोन पर नहीं बल्कि हवा में फायरिंग करने को कहा था, ताकि राजेश ऑरोन को एक बॉडीगार्ड मिल सके। फिलहाल पुलिस ने हमले में इस्तेमाल की गई पिस्तौल बरामद, गोलियां और एक मोटरसाइकिल भी बरामद कर ली है। फिलहाल पुलिस सूरज ऑरोन की तलाश कर रही है, जो कि फिलहाल फरार है। पुलिस का कहना है कि उन्होंने एक गुप्त जानकारी के आधार पर दोनों अपराधियों को गिरफ्तार किया था। फिलहाल पुलिस दोनों को रिमांड पर लेकर पूछताछ करने का प्रयास कर रही है।