दीपिका का सिर काटने पर 10 करोड़ का इनाम रखने वाले भाजपा नेता का इस्तीफा, ममता बनर्जी को भी दी थी धमकी
एक्ट्रेस दीपिका पादुकोण और ‘पद्मावती’ फिल्म के निर्देशक संजय लीला भंसाली का सिर काटने पर 10 करोड़ के इनाम की घोषणा करने वाले बीजेपी नेता सूरज पाल अमू ने बुधवार को हरियाणा बीजेपी के मुख्य मीडिया को-आर्डिनेटर के पद से इस्तीफा दे दिया है। सूरज पाल अमू का कहना है कि वह हरियाणा के सीएम मनोहर लाल खट्टर के व्यवहार से काफी दुखी हैं। समाचार एजेंसी एएनआई के मुताबिक अमू ने कहा, ‘बहुत ही भारी दिल से मैंने अपने पद से इस्तीफा दिया है। मैं हरियाणा सीएम के बर्ताव से काफी दुखी हूं। मैंने आज से पहले कभी भी इतने अभिमानी बीजेपी मुख्यमंत्री को नहीं देखा था, जो पार्टी के कार्यकर्ता और समुदाय के प्रतिनिधियों की इज्जत ना करे।’ दरअसल अमू ने सीएम खट्टर पर आरोप लगाया है कि उन्होंने राजपूत करणी सेना से मिलने का समय दिया था, लेकिन बिना मिले ही वह मीटिंग से निकल गए।
उन्होंने मंगलवार को हरियाणा के मुख्यमंत्री को धमकी देते हुए कहा था, “मुख्यमंत्री ने राजपूत करणी सेना को मिलने के लिए समय दिया था, लेकिन मीटिंग से पहले ही वे निकल गए। वे उन लोगों से क्यों नहीं मिले जो कि राजस्थान से केवल उनसे मिलने के लिए आए थे। अगर आप हमें पार्टी से निकालना चाहते हैं तो निकाल सकते है लेकिन इस तरह हमारी बेइज्जती मत करो।” इसके साथ ही उन्होंने फारूख अब्दुल्ला को भी धमकी दी है और कहा है कि वह अब्दुल्ला को लाल चौक में झापड़ मारना चाहते हैं।
इससे पहले बीजेपी ने सूरज पाल अमू को उनके इस विवादित बयान के लिए कारण बताओ नोटिस जारी किया था। बीजेपी के अनिल जैन ने कहा था, ‘पार्टी का ऐसा बयानों से कोई लेना-देना नहीं हैं। उन्हें (सूरज) कारण बताओ नोटिस भेजा गया है। हरियाणा में कानून का राज है और कोई ऐसे फतवा जारी नहीं कर सकता।’ पार्टी से नोटिस मिलने के बाद अम्मू ने कहा था कि अगर पार्टी द्वारा उनसे इस्तीफा मांगा जाता है तो वे बीजेपी के लिए यह करने के लिए भी तैयार हैं।
शूर्पनखा से की थी ममता की तुलना
वहीं उन्होंने पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी पर भी विवादित बयान दिया था। ममता बनर्जी ने जब पद्मावती का समर्थन किया तब हरियाणा के इस नेता ने पश्चिम बंगाल की सीएम की तुलना शूर्पनखा से करते हुए इशारों-इशारों में धमकी दी थी। उन्होंने कहा था, ‘राक्षसी प्रवृति की महिलाओं का इलाज किया जाना चाहिए। रामायण में भगवान राम के छोटे भाई लक्ष्मण ने राक्षसी शूर्पणखा की नाक काटकर ऐसा ही किया था, और ये बात ममता जी को नहीं भूलनी चाहिए।’
गौरतलब है कि दीपिका पादुकोण, शाहिद कपूर और रणवीर सिंह द्वारा अभिनीत इस फिल्म का देशभर में विरोध किया जा रहा है। करणी सेना काफी समय से इस फिल्म को पूरी तरह से बैन करने की मांग कर रही है। करणी सेना ने भंसाली पर आरोप लगाया है कि उन्होंने फिल्म को बनाने के लिए इतिहास से छेड़छाड़ की है। वहीं भंसाली अपने एक बयान में यह स्पष्ट कर चुके हैं कि उन्होंने फिल्म बनाने के लिए तथ्यों से कोई छेड़खानी नहीं की है।