पश्चिम बंगाल में पंचायत चुनाव नामांकन के लिए जाते बीजेपी उम्‍मीदवार को चाकुओं से गोद कर मार दिया

पश्चिम बंगाल में चुनाव आयोग द्वारा पंचायत चुनाव के लिए नामांकन की तारीख घोषित करने के बाद से राज्य में हिंसक घटनाएं सामने आने लगी हैं। बुधवार (4 अप्रैल, 2018) को भाजपा उम्मीदवार के रूप में नामांकन के लिए ब्लॉक डेवलपमेंट ऑफिस पहुंचे अजीत मुर्मु (35) को दफ्तर के सामने ही चाकुओं से गोद दिया गया। अजीत बुधवार सुबह ही बांकुरा जिले के ब्लॉक में नामांकल दाखिल करने पहुंचे थे। घटना के बाद केंद्रीय मंत्री बाबुल सुप्रियो ने राज्य सरकार की तीखी आलोचना की है। उन्होंने कहा है कि टीएमसी के गुंडे पूरे राज्य में हिंसा फैला रहे हैं। अपने ट्वीट में केंद्रीय मंत्री ने लिखा – पंचायत चुनाव का परिणाम, अजीत मुर्मु की हत्या कर दी गई। वह बांकुरा पंचायत चुनाव में भाजपा उम्मीदवार थे। मेरी भावनाएं मृतक के परिवार के साथ हैं।

वहीं, मृतक के परिजनों ने आरोपियों के खिलाफ रानीबंद थाने में शिकायत दर्ज कराई है। एक न्यूज वेबसाइट के हवाले से मिली जानकारी के अनुसार, भाजपा प्रतिनिधिमंडल और राज्य में भाजपा नेताओं सहित राज्य सचिव गुरुवार को मृतक के परिजनों से मुलाकात करेंगे। आरोप है कि राज्य की सत्ता पर काबिज तृणमूल कांग्रेस कार्यकर्ता उत्तरी दिनाजपुर जिले के बीडीओ ऑफिस (रायगंज) में अशांति फैला रहे थे। इस दौरान उन लोगों पर हमले किए गए, जो विरोधी पार्टी की तरफ चुनाव में नामांकन भरने पहुंचे थे। पश्चिम बंगाल भाजपा अध्यक्ष दिलीप घोष का आरोप है कि टीएमसी कार्यकर्ता राज्य में हिंसा फैला रहे हैं। राज्य सरकार के ही इशारे पर नामांकन वापस लेने के लिए एक सप्ताह का समय रखा गया है। नामांकन वापस लेने के लिए टीएमसी दूसरे दलों के उम्मीदवारों के खिलाफ अपनी पूरी ताकत का इस्तेमाल करेगी। हम भी उनका सामना करने के लिए तैयार हैं।

दूसरी तरफ, बंगाल में भाजपा के जिला अध्यक्ष विवेकानंद पात्रा ने आरोप लगाया कि मुर्मु की मौत के लिए टीएमसी के साथ बांकुरा जिला पुलिस भी समान रूप से जिम्मेदार है। घटना के वक्त ऑफिसर इंचार्ज वहीं मौजूद थे। उन्होंने आगे कहा कि हमने आरोपियों को जल्द से जल्द सजा देने की मांग की है। इसके साथ ही हत्या में शामिल पुलिसकर्मियों के खिलाफ भी कार्रवाई की जाए।

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