औरंगाबाद सांप्रदायिक हिंसा के लिए तलवारें मँगवाई गई थी फ्लिपकार्ट से, दर्ज हो सकता है केस
महाराष्ट्र में एक चौंकाने वाला मामला सामने आया है। ई-कॉमर्स कंपनी फ्लिपकार्ट के जरिये तलवार, चाकू और भाला मंगवाने की बात सामने आई है। औरंगाबाद में सांप्रदायिक हिंसा के कुछ दिनों बाद ही ऑनलाइन पोर्टल के जरिये 12 तलवार और 16 चाकू का ऑर्डर बुक कराया गया था। औरंगाबाद पुलिस की अपराध शाखा ने 30 हथियारों के जखीरे को एक कुरियर कंपनी से जब्त कर लिया है। अधिकारियों ने बताया कि फ्लिपकार्ट के खिलाफ आईपीसी की धारा 120(बी) (आपराधिक षडयंत्र रचने) के तहत केस दर्ज करने की संभावनाएं तलाशी जा रही हैं। पुलिस के अनुसार, ज्यादातर ऑनलाइन ऑर्डर 24 स्थानीय लोगों द्वारा 16 मई को बुक कराया गया था और सामान 21 मई को स्थानीय कुरियर कंपनी के पास पहुंचा था। बता दें कि पानी का कनेक्शन काटने की अफवाह के बाद 11-12 मई को हिंसा भड़क गई थी जो बाद में सांप्रदायिक दंगे में बदल गया था। हिंसा में एक लड़के की मौत हो गई थी। पुलिस का कहना है कि हथियारों का ऑर्डर ‘टॉय स्वॉर्ड’ और ‘होम अपलिएंसेस’ कैटेगरी के तहत बुक कराया गया था। क्राइम ब्रांच के अलावा महाराष्ट्र एटीएस भी मामले की जांच कर रही है। इस मामले में आठ ग्राहकों को गिरफ्तार किया गया है।
कल को ड्रग्स और विस्फोटक भी मंगाए जा सकते हैं’: महाराष्ट्र पुलिस ने भारी मात्रा में तलवार और चाकू की बरामदगी पर सख्त रुख अपना लिया है। राज्य के अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक (कानून-व्यवस्था) बिपिन बिहारी ने कहा, ‘जानबूझ कर या अनजाने में खतरनाक सामग्री सप्लाई करने के मामले में फ्लिपकार्ट के खिलाफ कानूनी कार्रवाई करने के सभी विकल्पों पर विचार किया जा रहा है। आज किसी ने तलवार और चाकू खरीदा, कल को कुछ लोग ड्रग्स और विस्फोटक या अन्य खतरनाक वस्तु भी खरीद सकता है। ऐसे में एक रेखा तो खींचनी पड़ेगी, ताकि जिम्मेदारी तय की जा सके और ई-कॉमर्स कंपनियां सावधानी बरतें।’ एक अन्य वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने बताया कि विभाग फ्लिपकार्ट के खिलाफ आपराधिक साजिश रचने के मामले में केस दर्ज करने की योजना बना रहा है। क्राइम ब्रांच ने 29 मई को हथियारों को जखीरा जब्त किया था। इसके बाद इस मामले में कानूनी कार्रवाई करने के विकल्पों पर विचार-विमर्श शुरू कर दिया गया था।