बीएसएफ के दागे 9000 राउंड गोले ने लाई पाकिस्तान की अक्ल ठिकाने पर, लगाई मीटिंग की गुहार
सीमा पर पाकिस्तान की उकसाने वाली कार्रवाई का भारत की ओर से करारा जवाब दिये जाने के बाद पाकिस्तान की अक्ल ठिकाने आई है। पाकिस्तानी रेंजर्स ने बॉर्डर पर शांति बहाल करने के लिए बीएसएफ से मीटिंग की है। सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) और पाकिस्तान रेंजर्स के बीच गुरुवार (25 जनवरी) को अंतरराष्ट्रीय सीमा से लगे इलाके में एक फ्लैग मीटिंग हुई। इस बैठक में भारत ने हाल में पाकिस्तान की ओर से गोलीबारी की घटनाएं बढ़ने पर कड़ा विरोध दर्ज कराया और इस बात पर जोर दिया कि ऐसी ‘‘उकसावे वाली’’ हरकतें ‘‘बर्दाश्त नहीं की जाएंगी।” बीएसएफ ने कहा कि सेक्टर कमांडर स्तरीय बैठक सीमा के सुचेतगढ़ क्षेत्र में पाकिस्तानी पक्ष के ‘‘अनुरोध पर हुई।’’ आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि कुछ दिन पहले भारत की ओर से इसी तरह के अनुरोध का पाकिस्तानी रेंजर्स ने ‘‘कोई जवाब नहीं दिया था।’’ पिछले 10 दिनों के दौरान जम्मू क्षेत्र में अंतरराष्ट्रीय सीमा और नियंत्रण रेखा से लगे क्षेत्रों में पाकिस्तानी गोलाबारी में छह सुरक्षार्किमयों और सात नागरिकों सहित 13 व्यक्ति की मौत हो गई और 65 अन्य घायल हो गए। बीएसएफ ने एक बयान में कहा कि ‘‘गत सप्ताह अंतरराष्ट्रीय सीमा पर भारी गोलाबारी और गोलीबारी’’ होने के बाद दोनों पक्षों के बीच यह पहली बैठक थी।
बयान में कहा गया, ‘‘बैठक के दौरान बीएसएफ ने गत तीन जनवरी और 17 जनवरी को अपने दो जवानों पर निशाना लगाकर गोली चलाने के (पाकिस्तान के) नृशंस कृत्य के साथ ही बिना उकसावे के भारतीय गांवों, बेगुनाह नागरिकों एवं उनकी सम्पत्तियों को निशाना बनाते हुए की गई गोलीबारी एवं गोलाबारी पर कड़ी आपत्ति जतायी।’’ बयान में कहा गया, ‘‘बीएसएफ ने इस संदेश के साथ कड़ा विरोध दर्ज कराया कि ऐसे उकसावे वाली हरकतें अस्वीकार्य हैं और इन्हें बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।’’ आधे घंटे की यह बैठक दोपहर में हुई जिसमें पांच सदस्यीय बीएसएफ दल का नेतृत्व बीएसएफ के उप महानिरीक्षक पी एस धीमान ने किया, वहीं 10 सदस्यीय पाकिस्तान रेंजर्स दल का नेतृत्व पाकिस्तान रेंजर्स के चिनाब सेक्टर (सियालकोट) के सेक्टर कमांडर ब्रिगेडियर अमजद हुसैन ने किया।
बयान में कहा गया कि गत सप्ताह के दौरान बीएसएफ ने ‘‘पाकिस्तानी धरती से घुसपैठ के कई प्रयासों को सफलतापूर्वक असफल किया जिसमें गत चार जनवरी को अरनिया सेक्टर में घुसपैठ का प्रयास करने वाले एक घुसपैठिये को मार गिराना शामिल है।’’ बीएसएफ ने सीमापार से बिना उकसावे के गोलीबारी के जवाब में पिछले कुछ दिनों के दौरान जम्मू में अंतरराष्ट्रीय सीमा से 9000 से अधिक मोर्टार के गोले दागे। इसमें कहा गया है कि उसने कई स्थानों पर पाकिस्तानी रेंजर्स के गोलीबारी के ठिकाने और ईंधन के ठिकानों को नष्ट कर दिया। बीएसएफ के वरिष्ठ अधिकारियों और दिल्ली में केंद्रीय गृह मंत्रालय के अधिकारियों ने कहा था कि यहां 190 किलोमीटर लंबी अंतरराष्ट्रीय सीमा पर स्थिति ‘‘बहुत तनावपूर्ण’’ है क्योंकि पाकिस्तान ने कल शाम से पूरे क्षेत्र में भारी गोलाबारी की है। बीएसएफ के महानिदेशक ने हाल में क्षेत्र का दौरा किया था और कहा था कि यहां अंतरराष्ट्रीय सीमा पर स्थिति ‘‘बहुत तनावपूर्ण’’ है और उनके जवान हाई अलर्ट पर हैं। गत वर्ष सेक्टर कमांडरों की ऐसी बैठक 29 सितम्बर को हुई थी।