भोपाल गैंगरेप केस: MP के गृह मंत्री का ऐलान- पीड़िता को दे सकते हैं ‘राष्ट्रमाता पद्मावती अवॉर्ड’
भोपाल गैंगरेप पीड़िता को मध्य प्रदेश सरकार रानी ‘राष्ट्रमाता पद्मावती अवॉर्ड’ से सम्मानित कर सकती है। इस बात के संकेत राज्य के गृह मंत्री भूपेंद्र सिंह ने दिए हैं। समाचार एजेंसी आईएनए के मुताबिक जब भूपेंद्र सिंह से भोपाल गैंगरेप पीड़िता को ‘राष्ट्रमाता पद्मावती अवॉर्ड’ देने पर सवाल किया गया तब उन्होंने कहा, ‘उसने काफी बहादुरी से हर परिस्थिती का सामना किया और हिम्मत के साथ अपनी बात सबके सामने रखी। हम इस पर जल्द ही फैसला करेंगे कि उसे कौन सा अवॉर्ड दिया जाना चाहिए।’ इंडिया टुडे के मुताबिक राज्य के गृह मंत्री का कहना है कि वह काफी बहादुर लड़की है और उसकी हिम्मत की प्रशंसा की जानी चाहिए। उन्होंने कहा, ‘अवॉर्ड देने पर विचार किया जा रहा है। इसके लिए एक प्रपोजल भी तैयार किया जा रहा है। राज्य में महिलाओं को सम्मानित करने के लिए कई अवॉर्ड दिए जाते हैं, लेकिन इस मामले में अंतिम फैसला मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान लेंगे।’ अगर भोपाल गैंगरेप पीड़िता को ‘राष्ट्रमाता पद्मावती अवॉर्ड’ दिया जाता है तो वे इस सम्मान को पाने वाली पहली महिला होंगी।
शिवराज ने सोमवार को राज्य में ‘पद्मावती’ फिल्म के प्रदर्शन पर रोक लगाने का ऐलान करने के साथ ही रानी पद्मावती के नाम पर अवॉर्ड शुरू करने की भी घोषणा की थी। उन्होंने कहा था कि राजपूत रानी पद्मावती राष्ट्रमाता हैं और उनके नाम पर जल्द ही ‘राष्ट्रमाता पद्मावती अवॉर्ड’ राज्य में शुरू किया जाएगा। अगर भोपाल गैंगरेप पीड़िता को ‘राष्ट्रमाता पद्मावती अवॉर्ड’ दिया जाता है तो वे इस सम्मान को पाने वाली पहली महिला होंगी।
आपको बता दें कि भारतीय लोक सेवा आयोग (यूपीएससी) की परीक्षा की तैयार कर रही लड़की के साथ 31 अक्टूबर को भोपाल के हबीबगंज रेलवे स्टेशन के समीप चार लोगों ने बलात्कार किया। पुलिस में दर्ज प्राथमिकी के अनुसार लड़की के संग छह बार बलात्कार किया गया। एफआईआर के अनुसार चारो अभियुक्तों ने लड़की के संग बलात्कार के दौरान बीच में चाय-गुटका खाने के लिए अवकाश लेकर उसका उत्पीड़न करते रहे। एक आरोपी ने लड़की का गला दबाकर मारने की कोशिश की थी लेकिन उसे बेसुध पाकर वो उसे उसी हाल में छोड़ कर चले गये। लड़की कोचिंग से पढ़ाई करके घर लौटने के लिए ट्रेन पकड़ने स्टेशन जा रही थी।