झूठ का ‘पुलिंदा’ पाकिस्तान! पढ़ें करगिल से लेकर पुलवामा तक कब-कब बेपर्दा हुआ PAK
भीतरघात करने वाले किसी पड़ोसी को अपना दोस्त मानने से ज्यादा अच्छा होता है कि आप उसे ताउम्र अपना दुश्मन मानकर चलें. पाकिस्तान का भी हाल कुछ ऐसा ही है. 1999 में हुए करगिल युद्ध को लेकर पाकिस्तान की सेना ने जो बात कबूली है वो इस बात को पुख्ता करती है कि अगर आपके पड़ोस में पाकिस्तान जैसा देश हो तो उससे दोस्ती करने से कहीं ज्यादा बेहतर होगा कि आप उससे ताउम्र दुश्मनी ही निभाएं.करगिल युद्ध में भारत ने अपने कई वीर सपूत खोए थे. उस दौरान जब
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