Happy Mahavir Jayanti 2018: जानें महावीर को क्यों कहा जाता है वर्धमान और क्या है इसका इतिहास

महावीर जैन धर्म के संस्थापक थे। इन्होंने तत्कालीन ब्राह्मण धर्म से अलग मानव मात्र की एकता और समता के विचारों का प्रतिपादन किया जो उस समय बहुत ही क्रान्तिकारी विचार था। भारतीय और पाश्चात्य दार्शनिकों ने महावीर के दर्शन को भौतिकवादी दर्शन माना है। इन्होंने वेदों पर आधारित धर्म से अलग एक नया चिंतन प्रस्तुत किया, जिसे उस समय बहुत से लोगों ने अपनाया। इनके महात्मा बुद्ध दूसरे दार्शनिक माने जाते हैं, जिन्होंने प्रचलित वैदिक या कहें सनातन धर्म से अलग हट कर उन विचारों का प्रतिपादन किया जो बहुसंख्यक

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इस समय करें जवारे का विसर्जन, जानिए इसका विधि-विधान

25 मार्च को चैत्र नवरात्र खत्म हो रहे हैं। नवमी के बाद दशमी तिथि के दिन जवारे और देवी प्रतिमाओं का विसर्जन किया जाएगा। हिंदू धर्म में विसर्जन का बहुत महत्व है। विसर्जन का अर्थ पूर्णता होता है। चाहे वह जीवन की हो या साधक की। शास्त्रों के मुताबिक विसर्जन का अर्थ समाप्ति नहीं बल्कि पूर्णता होता है। इसलिए नवरात्र के बाद जवारे और प्रतिमाओं का विसर्जन किया जाता है। 26 मार्च को नवरात्रे के पहले दिन स्थापित किए गए जवारे विधि पूर्व विसर्जन किया जाएगा। विसर्जन से पहले मां

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रामनवमी 2018 व्रत कथा: जानिए भगवान राम की वह कथा जिसमें एक गरीब बुढ़िया बन गई अमीर

भगवान राम के जन्मदिन के मौके पर देशभर में रामनवमी मनाई जाती है। इस साल रामनवमी का पर्व 25 मार्च को मनाया जा रहा है। कहा जाता है इस दिन विष्णु भगवान ने भगवान राम के रूप में अवतार लिया था। पौराणिक कथाओं के मुताबिक भगवान राम ने भी मां दुर्गा की पूजा की थी, जिससे कि उन्हें युद्ध के समय विजय मिली थी। माना जाता है इस दिन तुलसीदास जी नेरामचरित मानसे की रचना का आरंभ किया। शास्त्रों के अनुसार जो भी राम नवमी का व्रत करता है वह

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Happy Ram Navami 2018: जानिए किस विधि से करनी चाहिए भगवान राम की पूजा

देशभर में 25 मार्च को रामनवमी मनाई जाएगी। माना जाता है इस दिन भगवान राम का जन्म हुआ था। भगवान राम को विष्णु जी का सातवां अवतार माना जाता है। माना जाता है कि रामनवमी के दिन अयोध्या में राम का जन्म महाराजा दशरथ और महारानी कौशल्या के घर हुआ था। इसी वजह से बहुत से लोग राम जन्म भूमि अयोध्या जाते हैं और ब्रह्म मुहूर्त में सरयू नदी में स्नान करने के बाद भगवान राम के मंदिर जाकर भक्तिभाव से पूजा-पाठ करते हैं। इस दिन जगह-जगह रामायण का पाठ

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Happy Ram Navami 2018 Wishes Images: इन भक्ति भरे Quotes, Messages और Images से दे अपने करीबियों को रामनवमी की शुभकामनाएं

Happy Ram Navami 2018 Wishes Images, Quotes, Messages, Wallpaper: रामनवमी का त्योहार हर वर्ष चैत्र महीने के 9वें दिन मनाया जाता है। यह त्योहार हिन्दुओं के बड़े धार्मिक त्योहारों में से एक है। कहा जाता है कि इस दिन अयोध्या में भगवान श्री राम का जन्म हुआ था। श्री राम के जन्म के बाद अयोध्या में जश्न मनाया गया। इसकी खास वजह थी राजा दशरथ के कई सालों बाद कोई संतान हुई थी। रामायण के मुताबिक राजा दशरथ की तीन बीवीयां थी। कौशल्या, सुमित्रा और कैकयी। तब से लेकर आजकत

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एक ही दिन पड़ रही है अष्टमी और रामनवमी, जानिए कन्या पूजन का शुभ मुहूर्त और विधि

हिंदू धर्म में नवरात्र का बहुत महत्व माना जाता है। इस साल चैत्र नवरात्र 18 मार्च से शुरू हो गए हैं और 25 मार्च तक रहेंगे। इस बार पिछले कई सालों की अष्टमी और नवमी तिथि एक ही दिन पड़ रही है। 25 मार्च को नवरात्रि का आखिरी दिन है और इस दिन रामनवमी भी मनाई जाएगी। ऐसा तिथि घटने और बढ़ने के कारण होता है। नवरात्र के आठवें और नौवें दिन कन्या पूजन और 9 कन्याओं को घर बुलाकर खाना खिलाने का विधान होता है। नवमी के दिन कन्याओं

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Ram Navami 2018 Date: जानिए किस दिन मनाई जाएगी रामनवमी और पूजा का शुभ मुहूर्त

Ram Navami 2018 Date: चैत्र नवरात्र के 8 दिन बाद रामनवमी मनाई जाती है। इस साल रामनवमी 25 मार्च को मनाई जा रही है। हिंदू धर्म में रामनवमी को पर्व बड़ी धूमधाम से मनाया जाता है। माना जाता है इस दिन भगवान विष्णु के अवसार श्रीराम का जन्मदिन होता है। मान्यता है कि रामनवमी के दिन अयोध्या में राम का जन्म महाराजा दशरथ और महारानी कौशल्या के घर हुआ था। इसी वजह से बहुत से लोग राम जन्म भूमि अयोध्या जाते हैं और ब्रह्म मुहूर्त में सरयू नदी में स्नान कर

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Navratri 2018: आज है सातवां नवरात्र मां कालरात्रि का दिन, जानिए शुंभ-निशुंभ के वध की कथा

आज (24 मार्च) को सातवां नवरात्रि है। इस दिन दुर्गा के सातवें रूप कालरात्रि की पूजा की जाती है। इस दिन साधक का मन ‘सहस्रार’ चक्र में स्थित रहता है। इनका रंग काला होने के कारण ही इन्हें कालरात्रि कहते हैं। कालरात्रि का जन्म असुरों के राजा रक्तबीज का वध करने के लिए देवी दुर्गा ने अपने तेज से किया था। पौराणिक कथा के अनुसार दैत्य शुंभ-निशुंभ और रक्तबीज ने तीनों लोकों में हाहाकार मचा रखा था। इससे चिंतित होकर सभी देवतागण शिव जी के पास गए। शिव जी ने

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नवरात्रि 2018: आज है छठवां नवरात्र मां कात्यायनी का दिन, विवाह समस्या दूर करने के लिए इस विधि से करें पूजा

Navratri 2018: आज (23 मार्च) को नवरात्र का छठवां दिन है। इस दिन मां कात्यायनी की पूजा की जाती है। देवी कात्यायनी का जन्म कात्यायन ऋषि के घर में हुआ था, इसलिए इनको कात्यायनी कहा जाता है। इनके चार हाथ हैं, जिनमें अस्त्र-शस्त्र और कमल का पुष्प है। इनका वाहन सिंह है। मां कात्यायनी का यह रूप बेहद सरस, सौम्य और मोहक है। दिव्य रूपा कात्यायनी देवी का शरीर सोने के समान चमकीला है। इन्हें ब्रजमंडल की अधिष्ठात्री देवी कहा जाता है। कात्यायनी देवी की पूजा गोपियों ने भगवान कृष्ण को

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नवरात्रि 2018: आज है पांचवां नवरात्र मां स्कंदमाता का दिन, इस विधि से करें पूजा

आज (22 मार्च) नवरात्रि का पांचवां दिन है। इस दिन मां स्कंदमाता की पूजा अर्चना की जाती है। स्कंदमाता को सृष्टि की पहली प्रसूता(बच्चा देने वाली) स्त्री माना जाता है। इन्हें मोक्ष के द्वार खोलने वाली माता के रूप में जाना जाता है। इनके चार हाथ हैं, गोद में बालरूप भगवान स्कंद विराजमान होते हैं। इन्हें पद्मासना भी कहा जाता है। इनके हाथ में कमल का फूल होता है। नवरात्र के पांचवें दिन स्कंदमाता और भगवान कार्तिकेय की पूजा विनम्रता के साथ करनी चाहिए। पूजा में कुमकुम, अक्षत और चंदन

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Navratri 2018: आज है तीसरा नवरात्र मां चंद्रघंटा का दिन, जानिए देवी को प्रसन्न करने का मंत्र

Navratri 2018: आज (20 मार्च) चैत्र नवरात्र का तीसरा दिन है। इस दिन मां चंद्रघंटा की पूजा की जाती है। मां चंद्रघंटा का रूप बेहद ही सुंदर, मोहक और अलौकिक है। चंद्रमा के समान सुंदर मां के इस रूप से दिव्य सुगंधियों और दिव्य ध्वनियों का आभास होता है। चंद्रघंटा मां का रूप शांतिदायक और कल्याणकारी माना जाता है। इनके मस्तक में घंटे का आकार का अर्धचंद्र है इसलिए इन्हें चंद्रघंटा देवी कहा जाता है। मां चंद्रघंटा का रंग सोने के समान चमकीला है। इनके दस हाथ हैं। इनके दसों हाथों

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जाने चैत्र नवरात्रि को क्यों कहा जाता है ‘राम नवरात्रि’ और क्या है इसका महत्व

आज से (18 मार्च) चैत्र नवरात्र की शुरुआत हो चुकी है। इसका समापन 26 मार्च को होगा। नवरात्रि के दौरान मां दुर्गा के 9 रूपों की पूजा की जाती है। नवरात्र साल में 4 बार आते हैं। इन चारों नवरात्रों में दो नवरात्र (चैत्र नवरात्र और शरद नवरात्रि) का ही धूमधाम से मनाया जाता है। शरद नवरात्रि को महा नवरात्रि कहा जाता है। यह नवरात्र सिंतबर-अक्टूबर में आते हैं। इस नवरात्रि के दशवें दशहरा मनाया जाता है। वहीं चैत्र नवरात्र मार्च-अप्रेल में मनाया जाता है। शरद नवरात्रि के 10वें दिन

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जानें हिंदू पंचाग के अनुसार चैत्र नवरात्रि 2018 के पहले व्रत की व्रत कथा

Navratri 2018 Vrat Katha: चैत्र नवरात्र रविवार 18 मार्च से शुरू हो चुके हैं। हिंदू पंचांग के अनुसार ही चैत्र नवरात्र से ही नए साल की शुरूआत होती है। साल में चार नवरात्रि होते हैं जिनमें से दो गुप्त नवरात्र होते है। चैत्र और आश्विन नवरात्र को हिंदू धर्म में बड़ी धूम-धाम से मनाया जाता है। इस बार अष्टमी और नवमी एक ही दिन 25 मार्च को होगी। हिंदू धर्म में चैत्र नवरात्रि का ज्यादा महत्व होता है। माना जाता है इस महीने से शुभता और ऊर्जा का आरंभ होता है

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Navratri 2018 Puja Samagri: जानिए कौन-कौन सामग्री से करें मां दुर्गा की पूजन

Navratri 2018 Puja Vidhi, Samagri:   आज (रविवार, 18 मार्च) से नवरात्र शुरू हो गए हैं। इसे देशभर में बड़ी धूम-धाम के साथ मनाया जाता है। हिंदू धर्म में नवरात्रि का बहुत महत्व माना जाता है। इस दौरान लोग 9 दिन मां दुर्गा का उपवास कर पूजा करते हैं। मां दुर्गा की पूजा पूरे विधि-विधान से की जाती है। नवरात्रि का पहला दिन बहुत खास माना जाता है। इस दिन कलश स्थापना की जाती है। इसके बाद ही 9 दिन तक मां दुर्गा की पूजा की जाती है। इन नौ दिनों

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Happy Chaitra Navratri 2018 Wishes Images: सभी को नवरात्र की शुभकामनाएं

Happy Navratri 2018 Wishes Wallpaper, SMS, Messages: नवरात्र हिन्दुओं का एक प्रमुख त्योहार है। साल में दो बार यह पूरे भारत में मनाया जाता है। इसको मनाने के अलग-अलग तरीके हो सकते हैं लेकिन यह त्योहार हर कोई मनाता है। प्रमुख तौर पर दो नवरात्र मनाए जाते हैं लेकिन हिंदी पंचांग के अनुसार एक वर्ष में चार बार नवरात्र आते हैं। चैत्र, आषाढ़, अश्विन और माघ हिंदू कैलेंडर के अनुसार इन महीनों के शुक्ल पक्ष में आते हैं। हिंदू नववर्ष चैत्र माह के शुक्ल पक्ष के पहले दिन यानि पहले

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