संतान प्राप्ति की रखते हैं इच्छा, फाल्गुन माह में अवश्य करें बाल गोपाल का पूजन

हिंदू पंचाग के अंतिम माह को फाल्गुन माह कहा जाता है। पूर्णिमा को फाल्गुनी नक्षत्र होने के कारण इस नाम फाल्गुन माह पड़ा। हिंदू पंचाग के अनुसार चैत्र पहला माह होता है और फाल्गुन आखिरी माह माना जाता है। अंग्रेजी कैलेंडर के अनुसार इस वर्ष 1 फरवरी से लेकर 2 मार्च तक फाल्गुन माह रहेगा। इस माह में दो महत्वपूर्ण पर्व आते हैं जो हिंदू धर्म में अपना खास महत्व रखते हैं। महाशिवरात्रि, इस दिन भगवान शिव की आराधना की जाती है और होली, इस दिन होलिका दहन किया जाता

» Read more

श्री कृष्ण को दरिद्र होने से मित्र सुदामा ने बचाया था! जानें कृष्ण के प्रिय कैसे हो गए इतने गरीब

पौराणिक कथाओं के अनुसार भगवान कृष्ण के मित्र सुदामा को एक दरिद्र ब्राह्मण माना जाता है। श्रीकृष्ण के परम मित्र होने के बावजूद सुदामा दरिद्र जीवन व्यापन करते रहे। कई शास्त्रों और कथाओं के अनुसार कहा जाता है कि सुदामा एक भरेपूरे परिवार से थे और उन्हें धन की कोई कमी नहीं थी, लेकिन एक घटना के बाद उन्हें दर-दर जाकर भिक्षा मांगनी पड़ने लगी। कथा के अनुसार माना जाता है कि नंद गांव में एक गरीब ब्राह्मणी रहती थी जो भिक्षा मांग कर अपनी जीवन व्यापन करती थी, एक

» Read more

जाने सूर्य देव को क्यों चढ़ाया जाता है जल! क्या है इसकी महत्ता

ज्योतिष शास्त्र के अनुसार सूर्य देव को सभी ग्रहों का स्वामी कहा जाता है। हर दिन सूर्य को जल चढ़ाने का महत्व माना जाता है। सूर्य देव को प्रसन्न करने के लिन नियमित रुप से जल अर्पित किया जाता है। माना जाता है कि सूर्य की आराधना से भाग्योदय होता है। हिंदू धर्म में सप्ताह का हर दिन किसी ना किसी देवता को समर्पित किया जाता है। इसी तरह रविवार का दिन सूर्यदेव को समर्पित किया जाता है। यदि पूरे सप्ताह सूर्यदेव को जल अर्पित नहीं कर सकते हैं तो

» Read more

Chandra Grahan 2018: साल का पहला ग्रहण हो सकता है कष्टदायी, जानें क्या होंगे इसके प्रभाव

Chandra Grahan 2018: 31 जनवरी को माघ पूर्णिमा के अवसर पर साल का पहला चंद्रग्रहण लगने वाला है। चंद्रग्रहण एक खगोलीय घटना है। इस दौरान चंद्रमा पृथ्वी से ठीक पीछे उसकी छाया में आ जाता है। ये स्थिति तब उत्पन्न होती है जब सूर्य, पृथ्वी और चांद लगभग एक सीधी रेखा में आते हैं। इस खगोलीय घटना के कारण चंद्रग्रहण केवल पूर्णिमा के दिन घटित होता है। इस स्थिति में सूरज की रौशनी चांद तक नहीं पहुंच पाती है और चांद पैनंबरा की तरफ जाता है तो वो हमें धुंधला सा

» Read more

सूर्य के तेज से हुआ है पृथ्वी, आकाश और पाताल का निर्माण! जानें क्या है कथा

भगवान सूर्य का विवाह विश्वकर्मा की पुत्री संज्ञा के साथ हुआ था। विवाह के बाद सूर्य देव और संज्ञा के दो पुत्र हुए जिसमें से वैवस्त और यम दो पुत्र थे और एक पुत्री यमुना का जन्म हुआ। संज्ञा को कोमल स्वभाव का माना जाता है और सूर्य देव का तेज बहुत ही प्रचंड माना जाता है। संज्ञा के लिए सूर्य देव का तेज सहन कर पाना बहुत ही कठिन था। उनके इस तेज से परेशान होकर अपनी छाया को सूर्य देव की सेवा के लिए छोड़कर अपने पिता विश्वकर्मा

» Read more

गोल्डन टेम्पल के निर्माण में लगा था 300 करोड़ों का सोना, जानें क्या है तमिलनाडु के इस मंदिर की विशेषता

तमिलनाडु के शहर चैन्नई से 150 कि.मी की दूरी पर स्थित वेल्लोर नगर के 5 हजार की आबादी वाले कस्बे श्रीपुरम नाम के कस्बे में स्थित है तमिलनाडु का गोल्डन टेम्पल। अमृतसर में स्थित गोल्डन टेम्पल जैसा माता लक्ष्मी नारायणी का मंदिर बहुत ही कम समय में इतना प्रख्यात हो गया है कि देशी के साथ विदेशी पर्यटकों को अपनी तरफ खींच रहा है। इस मंदिर को बनाने के लिए करीब 15 हजार किलो सोने का प्रयोग किया गया है। तमिलनाडु के स्वर्ण मंदिर के निर्माण में करीब 300 करोड़

» Read more

चंद्र ग्रहण 2018: जानें किस दिन होगा चंद्रग्रहण और किस समय दिखेगा चांद

Chandra Grahan 2018 Date and Time in India: साल 2018 का पहला चंद्रग्रहण 31 जनवरी बुधवार को दिखाई देगा। यह ग्रहण माघ महीने की पूर्णिमा को पूरे भारत में दिखाई देगा। इस दिन चंद्रमा तीन रंगों में दिखाई देगा, ऐसा चंद्रमा 35 साल बाद दिखाई देगा। चंद्र ग्रहण के दिन भगवान के दर्शन करना अशुभ माना जाता है। इसलिए इस दिन मंदिर के पट बंद रहेंगे। भारत में चंद्रग्रहण दिखाई देने से सूतक काल भी शुरू होगा। सूतक काल सुबह 08:34 मिनट पर लग जाएगा, जिसके साथ ही मंदिरों के

» Read more

चंद्र प्रदोष 2018 व्रत कथा: मनोकामना पूर्ण करने के लिए किया जाता है ये व्रत, जानें क्या है कथा

हिंदू धर्म के अनुसार प्रदोष व्रत भगवान शिव को प्रसन्न करने के लिए किया जाता है। इस व्रत को करने वाली स्त्रियों की हर मनोकामना व्रत के फल से पूरी होती हैं। इस व्रत को पूरा करने का शुभ समय प्रदोष काल में होता है। हर माह के कृष्ण पक्ष और शुक्ल पक्ष की त्रयोदशी को भगवान शिव को प्रसन्न करने वाला प्रदोष व्रत किया जाता है। माघ माह को हिंदू पंचांग के अनुसार शुभ माना जाता है, इस माह चंद्र प्रदोष होने के कारण इस व्रत का विशेष महत्व

» Read more

चंद्र प्रदोष व्रत 2018 पूजा मुहूर्त: भगवान शिव की आराधना से मिलता है पुण्य, जानें किस समय पूजा करना रहेगा शुभ

हिंदू धर्म के अनुसार माना जाता है कि प्रदोष व्रत रखने से दो गायों के दान जितना पुण्य प्राप्त होता है। इस दिन व्रत करने वाले श्रद्धालु के घर और परिवार पर हमेशा भगवान की कृपा बनी रहती है और मोक्ष की प्राप्ति होती है। प्रदोष व्रत करने वाला आरोग्य रहता है। प्रदोष व्रत की महत्वता सप्ताह के दिनों के अनुसार मानी जाती है। गुरु प्रदोष व्रत शत्रुओं के विनाश के लिए किया जाता है। शुक्रवार के दिन का प्रदोष व्रत सौभाग्य और पति-पत्नी के रिश्ते को सुखी बनाने के

» Read more

जया एकादशी 2018 व्रत कथा: इस दिन व्रत करने से मिलती है पापों से मुक्ति, जानें क्या है कथा

भगवान श्री कृष्ण ने धर्मराज युद्धिष्ठिर को माघ माह के शुक्ल पक्ष की एकादशी का महत्व बताते हुए कथा सुनाई कि इस दिन को जया एकादशी का नाम दिया गया है। इसका व्रत करने से मनुष्य पापों से मोक्ष पाता है। इसी के साथ भूत पिशाच आदि योनियों से मुक्त हो जाता है। पद्मपुराण के अनुसार जया एकादशी की कथा में देवराज इंद्र स्वर्ग के राजा होते हैं और एक समय इंद्र अपनी इच्छा के अनुसार नंदन वन में अप्सराओं के साथ थे। गंधर्वों में प्रसिद्ध पुष्पदंत और उसकी कन्या

» Read more

गुप्त नवरात्रि 2018 पूजा विधि: महागौरी करती हैं रोगों से मुक्त, जानें किस विधि से किया जा सकता है प्रसन्न

हिंदू धर्म में माघ माह को बहुत पवित्र माना जाता है, इसके हर दिन का खास महत्व होता है। पंचाग के अनुसार माघ माह की शुक्ल पक्ष अष्टमी को गुप्त नवरात्रि का आठवां दिन है, इस दिन माता गौरी का पूजन किया जाएगा। महागौरी के तेज से संपूर्ण विश्व में प्रकाश फैलता है। दुर्गा सप्तशती के अनुसार माना जाता है कि महागौरी के अंश से कौशिकी का जन्म हुआ जिसने शुंभ और निशुंभ का अंत किया था। महगौरी को भगवान शिव की पत्नी शांभवी माना जाता है। पौराणिक कथा के

» Read more

नर्मदा जयंती: जानें क्या शिव से लिया गया वरदान है नर्मदा की उत्पत्ति का कारण?

हिंदू पंचाग के अनुसार माघ माह के शुक्ल पक्ष की सप्तमी के दिन हर वर्ष नर्मदा जयंती महोत्सव मनाया जाता है। मां नर्मदा के जन्मस्थान अमरकंटक में ये उत्सव बहुत ही धूमधाम से मनाया जाता है। जनवरी माह में मकर संक्रांति के त्योहार के बाद नर्मदा जयंती उत्सव मनाया जाता है। भारत में 7 धार्मिक नदियां हैं जिसमें से मां नर्मदा को भगवान शिव ने देवताओं के पाप धोने के लिए उत्पन्न किया था। माना जाता है कि इसके पवित्र जल में स्नान करने से सारे पाप धुल जाते हैं।

» Read more

सूर्य सप्तमी 2018 पूजा विधि: सूर्योदय से पहले किया गया स्नान माना जाता है लाभकारी, जानें क्या है व्रत विधि

रथ सप्तमी का व्रत भगवान सूर्य देव को समर्पित किया जाता है। हिंदू पंचाग के अनुसार माघ माह के शुक्ल पक्ष की सप्तमी तिथि को सूर्य देव की आराधना के लिए व्रत किया जाता है। रथ सप्तमी को सूर्य सप्तमी, अचला सप्तमी, आरोग्य सप्तमी आदि नामों से जाना जाता है। इस दिन व्रत, स्नान, दान, पूजन आदि सत्कर्मों से फल हजार गुना बढ़ जाता है। रविवार सूर्य का दिन होने के कारण इसका महत्व अधिक बढ़ जाता है। इस वर्ष सप्तमी का व्रत 24 जनवरी 2018, बुधवार को रखा जाएगा।

» Read more

रथ सप्तमी 2018: सूर्य के पूजन से मिलती है कष्टों से मुक्ति, जानें क्या है कथा

माघ माह के शुक्ल पक्ष की सप्तमी को रथ सप्तमी का पर्व मनाया जा रहा है। रथ सप्तमी को सूर्य सप्तमी, अचला सप्तमी, आरोग्य सप्तमी आदि नामों से जाना जाता है। यदि सप्तमी रविवार के दिन पड़े तो उसे भानु सप्तमी के नाम से जाना जाता है। रविवार सूर्य का दिन होने के कारण इसका महत्व अधिक बढ़ जाता है। इस वर्ष रथ सप्तमी 24 जनवरी 2018 को मनाया जा रहा है। भगवान सूर्य को ये पर्व समर्पित किया जाता है। इस दिन के लिए मान्यता है कि रथ सप्तमी

» Read more

Basant Panchami 2018: बुद्धि की देवी मां सरस्वती के पूजन के साथ करें ये उपाय, मंगल कार्य होंगे पूरे

Basant Panchami 2018: हिंदू पंचाग के अनुसार हर वर्ष माघ माह की शुक्ल पक्ष की पंचमी तिथि को विद्या और बुद्धि की देवी माता सरस्वती की आराधना का दिन होता है। इसी उपासना के दिन को बसंत पंचमी कहा जाता है। इस दिन संगीत कला और आध्यात्म का आशीर्वाद भी लिया जा सकता है। ज्योतिष शास्त्र के अनुसार कहा जाता है कि यदि किसी की कुंडली में विद्या बुद्धि का योग नहीं है या शिक्षा में बाधा आ रही है तो इस दिन मां शारदा की आराधना अवश्य करनी चाहिए। सबसे

» Read more
1 14 15 16 17 18 25