CBSE ने दी इजाजत- 10वीं, 12वीं की बोर्ड परीक्षा में लैपटॉप का इस्तेमाल कर सकेंगे ये बच्चे

विशेष जरूरत वाले बच्चे कक्षा 10वीं और 12वीं की बोर्ड परीक्षा में इस साल से परीक्षा में लिखने के लिए कंप्यूटर या लैपटॉप की मदद ले सकेंगे। केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (सीबीएसई) ने इस बाबत प्रस्ताव स्वीकार कर लिया है। यह बात एक आधिकारिक आदेश में कही गई। इसके लिए उम्मीदवारों को किसी चिकित्सक या योग्य मनोवैज्ञानिक परामर्शदाता की ओर से प्रमाण पत्र पेश करना होगा जिसमें कंप्यूटर की सुविधा की सिफारिश की गई हो और इसके साथ ही सिफारिश का आधार भी बताया गया हो। सीबीएसई की परीक्षा समिति ने अपनी हालिया बैठक में इस साल से विशेष जरूरत वाले बच्चों को रियायत देने संबंधी मुद्दे का समाधान कर दिया।

आदेश में कहा गया, ‘‘कंप्यूटर का इस्तेमाल उत्तर टाइप करने, बड़े आकार के शब्दों में प्रश्नों को देखने और प्रश्न सुनने में किया जा सकता है। संबद्ध उम्मीदवार फॉरमेट किया हुआ कंप्यूटर अथवा लैपटॉप लाएं और केंद्र का अधीक्षक कंप्यूटर की जांच किए जाने के बाद ही उम्मीदवार को इसकी इजाजत देगा।’’ इसमें कहा गया कि कंप्यूटर/लैपटॉप में इंटरनेट कनेक्शन नहीं होना चाहिए। इस तरह की व्यवस्था के लिए उम्मीदवार को पहले से अनुरोध करना होगा।

उम्मीदवार के टाइप करके निकाले गए उत्तरों के प्रिंट आउट पर निरीक्षक हस्ताक्षर करेगा और केंद्र अधीक्षक इसकी पुष्टि करेगा। बोर्ड ने रीडर के प्रावधान को भी मंजूरी दे दी। रीडर ऐसे मामले में उपलब्ध कराया जाएगा जहां विशिष्ट रूप से सक्षम छात्र को कंप्यूटर, लैपटॉप जैसी सुविधा की जगह प्रश्नपत्र पढ़ने के लिए किसी व्यक्ति की आवश्यकता हो।

दूसरी तरफ, देश के मेडिकल कॉलेजों में दाखिले के लिए आयोजित होने वाली नीट परीक्षा 11वीं एवं 12वीं कक्षा की एनसीईआरटी (सीबीएसई) तथा राज्य बोर्ड के साझे पाठ्यक्रम पर आधारित होगी। केंद्रीय मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने यह बात कही। जावड़ेकर ने अपने ट्वीट में कहा, ‘‘नीट 2018 परीक्षा का आयोजन 11 भाषाओं में होगा और इस वर्ष भाषा के रूप में उर्दू को भी शामिल किया गया है।’’ नीट परीक्षा में सभी भाषाओं में समान प्रश्न पत्र होंगे। इन भाषाओं में अंग्रेजी, हिन्दी, उर्दू, असमिया, बंगाली, गुजराती, कन्नड़, मराठी, ओडिया, तमिल और तेलगू शामिल हैं।

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