कल इस साल का दूसरा और 21 वीं सदी का सबसे लंबा चंद्र ग्रहण, जानें क्या है समय और किन बातों का रखें ध्यान

साल 2018 का दूसरा चंद्र ग्रहण 27-28 जुलाई को होने जा रहा है। यह 21 वीं सदी का सबसे लंबा चंद्र ग्रहण होगा। भारत में पूर्ण ग्रहण की कुल अवधि 103 मिनट होगी। यह इस साल का आखिरी ग्रहण होगा। यह चंद्र ग्रहण पूरे भारत में देखा जा सकता है। भारतीय समयानुसार यह ग्रहण 27 जुलाई की रात 11 बजकर 54 मिनट पर शुरू होकर 28 जुलाई को सुबह 3 बजकर 49 मिनट तक होगा। पूर्ण चंद्रग्रहण रात 1 बजकर 28 मिनट से लेकर रात 2 बजकर 43 मिनट तक देख सकते हैं। इससे पहले साल का पहला चंद्रग्रहण 31 जनवरी को हुआ था। ज्योतिष शास्त्र में कुछ ऐसे कार्यों के बारे में बताया गया है जिन्हें भूलकर भी चंद्र ग्रहण के दौरान नहीं करने चाहिए। आइए जानते हैं क्या करना चाहिए क्या नहीं करना चाहिए।

क्या होता है चंद्र ग्रहण- जब पृथ्वी, सूर्य और चंद्रमा के बीच आ जाती है, जिससे चंद्रमा पर सूर्य की किरणें नहीं पहुंच पाती हैं और पृथ्वी की छाया चंद्रमा पर पड़ती है। इस घटना को चंद्र ग्रहण कहा जाता है।

ये काम भूलकर भी ना करें – चंद्र ग्रहण के दिन ग्रहण से पहले या ग्रहण के बाद ही भोजन करना चाहिए। ग्रहण के दौरान कुछ खाने से स्वास्थ्य संबंधी परेशानी हो सकती है। चंद्र ग्रहण के दिन खुले में ना घूमें। गर्भवती महिलाओं को इस दिन बाहर नहीं निकलने से बचना चाहिए। इसका का नेगेटिव असर गर्भ में पल रही संतान पर पड़ता है। इसके अलावा बुजुर्ग, रोगी और बच्चों को भी इस दिन खुले आकाश में जाने से बचना चाहिए। चंद्र ग्रहण के दौरान मंदिर में जाने से बचना चाहिए। चंद्र ग्रहण को किसी भी तरह को शुभ काम ना करें। इसके साथ जिस दिन ग्रहण हो उस दिन किसी शुभ काम की शुरूआत ना करें। सुई और नुकीली चीजों का उपयोग भी नहीं करना चाहिए। अपने कक्ष तुलसी और नीम के पत्ते रखना चाहिए।

क्या करें – चंद्र ग्रहण के बुरे प्रभाव से बचने के लिए घर में श्रीमदभागवत गीता का पाठ करना चाहिए। इसके अलावा दुर्गा चालीसा का पाठ कर सकते हैं। इसके साथ इस दिन गरीबों को दान देना चाहिए। दान में आटा, चीनी , दाल आदि दे सकते हैं। इसके अलावा जिन लोगों की कुंडली में साढ़ेसाती चल रही है तो उनको शनि मंत्र का जाप करना चाहिए।

बता दें कि यह चंद्र ग्रहण भारत समेत दुनियाभर के कई और देशों में दिखाई देगा। इसे लेकर दुनियाभर में उत्साह बना हुआ है। मीडिया में भी 21वीं सदी के सबसे लंबे चंद्र ग्रहण की खूब चर्चा हो रही है। बताया जा रहा है कि चंद्र ग्रहण को नंगी आंखों से भी देखा जा सकता है।

भारत के अलावा यह चंद्र ग्रहण अफ्रीका, दक्षिण एशिया, ऑस्ट्रेलिया और दक्षिण अमेरिका में भी देखा जा सकता है। हालांकि भारत में यह चंद्र ग्रहण शुरुआत से लेकर अंत तक देखने को मिलने वाला है। इसे लेकर भारत के खगोल प्रमियों सहित आम लोगों में भी काफी उत्साह देखा जा रहा है।

कहते हैं कि ग्रहण से पहले खाद्य पदार्थों में कुशा या तुलसी पत्ता रख देना चाहिए। इसके अलावा गर्भवती महिलाओं के बराबर का सफेद धागा नापकर रखा जा सकता है। ग्रहण के समाप्त  होने पर धागा या कुशा जल में प्रवाहित करने की बात कही गई है। आप इसे पीपल के नीचे भी रख सकते हैं। ऐसा करने से खाद्य पदार्थों पर ग्रहण का कुप्रभाव नहीं पड़ने की मान्यता है।

क्या आप जानते हैं कि 18 साल के बाद गुरु पूर्णिमा के दिन चंद्र ग्रहण लगने वाला है। इससे पहले 16 जुलाई 2000 को गुरु पूर्णिमा के दिन चंद्र ग्रहण लगा था। गुरु पूर्णिमा के दिन चंद्र ग्रहण लगने से इसका महत्व और भी ज्यादा हो गया है। खगोल और ज्योतिष के जानकारों के साथ ही आम लोगों को भी इसका बेसब्री से इंतजार है।

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