बुजुर्ग मुस्लिम भिखारियों से जबरन “जय श्री राम” के नारे लगवानें का वीडियो हो रहा है वायरल
फेसबुक पर एक वीडियो वायरल हो रहा है जिसको लेकर मीडीया रिपोर्ट में दावा किया जा रहा है कि पश्चिम बंगाल में बुजुर्ग मुस्लिम भिखारियों से जबरन जय श्रीराम के नारे लगवाए गए। वीडियो को रिफत जावैद नाम की फेसबुक प्रोफाइल पर शुक्रवार (30 मार्च) को अपलोड किया गया। करीब डेढ़ मिनट के वीडियो में दो बुजुर्ग दिखते हैं, उनमें से एक बुजुर्ग महिला नजर आती है। सफेद रंग का कुर्ता और नीले रंग की लुंगी पहने नजर आ रहे बुजुर्ग के बाए हाथ में ओउम् लिखा एक झंडा दिंखाई देता है। बुजुर्ग महिला के कंधे का सहारा लेकर चल रहा होता है, लेकिन वीडियो के बैकग्राउंड से एक ऐसे आदमी की आवाज सुनाई देती है जो बुजुर्ग को जबरन जय श्रीराम और माता रानी के नारे लगाने के लिए कहता मालूम होता है। शख्स बंगाली में बोलता हुआ सुनाई देता है। वहीं वीडियो में बुजुर्ग उस शख्स से यह कहता हुआ भी सुना जाता है कि वह क्यों हिन्दू-मुस्लिम के पचड़े में पड़ा है।
शख्स लगातार बुजुर्ग पर नारे लगाने का दबाव डालता है, लेकिन तभी पीछे से एक और युवक आता हुआ दिखाई देता है और वह बुजुर्ग की बांह पकड़कर उसे झकझोकरते चिल्लाकर कहता है- ”बोल न…” आखिर बुजुर्ग जय श्रीराम का उच्चारण करता है, लेकिन उस पर दबाव डाल रहा शख्स उससे जोर से बोलने के लिए कहता है और फिर माता का नारा लगवाता है।
खबर लिखे जाने तक वीडियो को अपलोड किए जाने के 8 घंटों के भीतर साढ़े तेरह हजार बार देखा जा चुका था और 479 बार इसे शेयर किया जा चुका था। इसके ढेरों कमेंट्स में नाराजगी व्यक्त की गई। जिस शख्स की प्रोफाइल से यह वीडियो शेयर किया गया है, उसके बारे फेसबुक पर प्राप्त जानकारी में बताया है कि वह पेशे से पत्रकार है और बीबीसी में काम कर चुका है। एक खबरिया वेबसाइट जनता का रिपोर्टर का उसे संस्थापक बताया गया है। रिफत जावैद के बारे में लिखा गया है उनका करीब 20 साल का पत्रकारिता का अनुभव है जिसमें से 12 वर्षों तक उन्होंने लंदन में बीबीसी के लिए काम किया। इसके बाद इंडिया टुडे में काम किया। स्टेट्समैन और रेडिफ डॉट कॉम के लिए भी काम किया। रिफत की फेसबुक प्रोफाइल पर अपलोड किए गए वीडियो के कैप्शन में लिखा गया है- ”मानवता शर्मसार! पश्चिम बंगाल में हिंदुत्व के गुंडे बुजुर्ग अंधे मुस्लिम भिखारियों को जय श्री राम के नारे लगाने के लिए मजबूर कर रहे हैं!”