हिमाचल प्रदेश चुनाव नतीजे 2017: सीएम चेहरे को नहीं जिता सकी बीजेपी, अब ये हो सकते हैं दावेदार

हिमाचल प्रदेश विधान सभा चुनाव के नतीजों ने सबको चौंका दिया है। वहां बीजेपी जीत गई है लेकिन उसका चेहरा हार गया। बीजेपी के मुख्यमंत्री पद के उम्मीदवार प्रेम कुमार धूमल सुजानपुर से चुनाव हार गए हैं। उनके ही पुराने चेले ने 2933 वोटों के अंतर से उन्हें पटखनी दे दी। धूमल के समधी, बीजेपी सांसद अनुराग ठाकुर के ससुर और पूर्व मंत्री गुलाब सिंह ठाकुर भी चुनाव हार गए हैं। उन्हें दुबई के कारोबारी प्रकाश राणा ने हराया। पार्टी के हिमाचल प्रदेश अध्यक्ष और कद्दावर नेता सत्यपाल सेट्टी भी उना से चुनाव हार गए हैं। वो यहीं से मौजूदा विधायक थे। बीजेपी के इन महारथियों के चुनाव हारने से जीत का मजा किरकिरा हो गया है।

चुनाव नतीजों के बाद बीजेपी संसदीय दल की बैठक हुई जिसमें तय किया गया कि हिमाचल प्रदेश में नवनिर्वाचित विधायक दल का नेता चुनने के सिए पर्यवेक्षक के तौक पर रक्षा मंत्री निर्मला सीतारमण और केंद्रीय पंचायती राज मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर शिमला जाएंगे। इधर, धूमल के चुनाव हारने के बाद अब सीएम पद के लिए नए नामों पर अटकलें तेज हो गई हैं। शिमला से लेकर नई दिल्ली तक राजनीतिक गलियारे में सीएम के संभावित उम्मीदवारों में केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री जेपी नड्डा के अलावा सिराज से चुनाव जीतने वाले जयराम ठाकुर और संघ प्रचारक अजय जामवाल का नाम भी चर्चा में है। आइए जानते हैं उन चेहरों के बारे में जिनमें से कोई एक बन सकता है मुख्यमंत्री-

जगत प्रकाश नड्डा: जे पी नड्डा केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार में स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री हैं। 57 साल के नड्डा ब्राह्मण समुदाय से आते हैं। उनका लालन-पालन और प्रारंभिक शिक्षा बिहार की राजधानी पटना में हुई। वहीं के प्रसिद्ध पटना यूनिवर्सिटी से इन्होंने बीए की डिग्री ली। इसके बाद हिमाचल प्रदेश यूनिवर्सिटी से इन्होंने एलएलबी किया। नड्डा सबसे पहले 1993 में हिमाचल प्रदेश विधानसभा के लिए चुने गए। 1998 में दोबारा जीतने पर वो राज्य में स्वास्थ्य मंत्री बनाए गए। एबीवीपी से जुड़े रहने वाले नड्डा की न सिर्फ संगठन पर पकड़ है बल्कि हिमाचल प्रदेश के मतदाताओं का मूड भांपने में भी वो माहिर हैं। हालांकि, प्रेम कुमार धूमल और उनके सांसद बेटे अनुराग ठाकुर से उनके रिश्ते तल्ख हैं।

जयराम ठाकुर: जयराम ठाकुर हिमाचल प्रदेश भाजपा के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष हैं। 52 साल के ठाकुर राजपूत समुदाय से आते हैं। वो पहले भी भाजपा की सरकार में मंत्री रह चुके हैं। मंडी विधानसभा से चुनाव जीतते रहे हैं। संगठन से लेकर आम जनता तक इनकी पकड़ मजबूत मानी जाती है।

अजय जामवाल: मंडी जिले के निवासी अजय जामवाल संघ के नेता हैं। संघ प्रचारक रहे हैं। फिलहाल उत्तर-पूर्वी राज्यों के जनरल सेक्रेटरी हैं। जामवाल बूथ लेवेल तक भाजपा और आरएसएस के बीच तालमेल बैठाने में माहिर माने जाते हैं। जामवाल ने साल 2014 के लोकसभा चुनावों में पंजाब में अहम भूमिका निभाई थी। पार्टी ने उनकी क्षमता और राजनीतिक परख को देखते हुए उम्मीदवारों का नाम सुझाने का जिम्मा सौंपा था। उन्हें संघ प्रचारक के तौर पर 35 वर्षों का अनुभव है। 10 साल उन्होंने हिमाचल प्रदेश में भी गुजारे।

 

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