बैंक ने एक रुपए का लोन ना चुकाने के कारण ग्राहक के जब्त कर लिए साढ़े तीन लाख के गहने

हीरा कारोबारी नीरव मोदी, उनके मामा मेहुल चौकसी और विजय माल्या भारतीय बैंकों का हजारों करोड़ रुपए ना चुकाकर विदेश भाग गए। सरकार कर्ज वापसी के लिए तीनों को भारत लाने में जुटी है। हालांकि चेन्नई में बैंक लोन से जुड़े एक मामले ने सबको चौंका दिया है। यहां एक सहकारी बैंक ने एक रुपए का लोन ना चुकाने के कारण कथित तौर पर अपने ग्राहक के 138 ग्राम सोने के गहने जब्त कर लिए। गहनों की कीमत करीब साढ़े तीन लाख बताई जाती है। रिपोर्ट के मुताबिक बैंक द्वारा गहने जब्त करने पर शख्स अब मद्रास हाईकोर्ट पहुंचा है और कोर्ट से मामले में राहत देने की मांग की है। मीडीया के हवाले से मिली जानकारी के मुताबिक कोर्ट में दी अपनी याचिका में सी कुमार ने कहा है कि वह पिछले करीब पांच सालों से अपने गहनों का वापस पाने के लिए चक्कर काट रहे हैं। इसलिए कोर्ट गहने वापस करने के लिए बैंक को निर्देश दे।
मामले में जस्टिस टी राजा ने याचिकाकर्ता के वकील का पक्ष सुनने के बाद सरकारी वकील को निर्देशित किया कि दो हफ्तों के भीतर संबंधित अधिकारियों से निर्देश प्राप्त करें। वहीं याचिकाकर्ता का कहना है कि उसने 6 अप्रैल, 2010 को बैंक से 1.23 लाख रुपए का लोन लिया था। तब जमानत के तौर पर 131 ग्राम सोने के गहने जमा किए थे। इस दौरान उन्होंने और दो बार लोन लिया और कुल 138 ग्राम सोने गहने जमा किए।
28 मार्च, 2011 को, उन्होंने ब्याज के साथ रकम लौटाने और 131 सोने के गहने वापस लेकर पूरा मामला बंद कर दिया। इसके बाद उन्होंने दो बार लिए गए लोन का भुगतान किया। मगर बैंक ने यह कहकर उनके गहने देने से मना कर दिया कि उनके हर लोन में एक रुपए का कर्ज बाकी था। याचिकाकर्ता के वकील एम सैथयान के मुताबिक बैंक ना तो गहने वापस दे रहा है और ना ही बचे हुए एक रुपए का भुगतान कने दे रहा है। सैथयान के मुताबिक उन्हें गहनों को सुरक्षित होने पर अब शक होने लगा है।