बोले कमलनाथ- मध्य प्रदेश में एक चेहरे से नहीं चलेगा कांग्रेस का काम, उतारने होंगे कई
कांग्रेस में एक चेहरे से बात नहीं बनेगी, यहां नेतृत्व के लिए कई चेहरों की ज़रूरत है, ये हरियाणा नहीं मध्यप्रदेश है और यहां कई तरह की जटिलताएं है। भाजपा को ही देख लीजिए उत्तरप्रदेश और उत्तराखंड में कोई चेहरा पेश किया क्या? यह कहना है कि पूर्व केंद्रीय मंत्री और वरिष्ठ कांग्रेस नेता कमलनाथ का। ये बातें उन्होंने इंदौर में लोगों के समक्ष बयां की। इस दौरान कमलनाथ ने प्रदेश अध्यक्ष के बदलाव की बात को चतुराई से टाल दिया। प्रेस कान्फ्रेंस में मीडिया से चर्चा के दौरान कमलनाथ ने शिवराज सरकार को कटघरे में खड़े करते हुए कहा कि मुख्यमंत्री नई घोषणाएं कर रहे हैं, जबकि जनता सब कुछ समझ चुकी है। अब घोषणाओं का समय नहीं है। उन्होंने कहा कि अब हिसाब-किताब देने का समय आ चुका है। अपने राजनैतिक जीवन के 40 सालों में मैंने ऐसे हालात नहीं देखे।
उन्होंने कहा कि आज समाज का हर वर्ग दुखी है। शिवराज पर तंज कसते हुए कमलनाथ ने कहा कि खुद को मुख्यमंत्री किसान का बेटा बताते हैं, लेकिन आज प्रदेश में सबसे ज्यादा दुखी किसान ही है। प्रदेश में बीते पंद्रह साल में बीस हजार से अधिक किसानों ने कर्ज से परेशान होकर आत्म हत्या की है। इसके अलावा कमलनाथ ने कहा कि मुख्यमंत्री खुद को मामा कहते है लेकिन महिलाओं पर अत्याचार और दुराचार के मामले मध्यप्रदेश में लगातार बढ़ रहे है ।
इस दौरान उन्होंने यह भी कहा कि बीजेपी का मानना है कि कमलनाथ एकउम्रदराज नेता हैं और छिंदवाड़ा तक सीमित हैं। इस पर उन्होंने कहा कि जल्द ही अध्यक्ष की घोषणा हो जाएगी। आपको बता दें कि कमलनाथ के प्रदेशाध्यक्ष बनने को लेकर लम्बे समय से कयास लगाए जा रहे है लेकिन कमलनाथ ने साफ कर दिया कि प्रदेशाध्यक्ष का ऐलान एक दो दिन में ही हो जाएगा।