बच्ची से रेप के आरोपी को फांसी की सजा सुनते जज ने कहा: भगवान भी घबराएगा बेटी देने से यदि हम अब भी नहीं सुधरे
राजस्थान के झुंझुनूं जिले में एक अदालत ने 3 साल की बच्ची से बलात्कार के आरोपी को फांसी की सजा सुनायी है। गौरतलब है कि न्यायालय ने महज 19 दिनों में 21 वर्षीय आरोपी विनोद बंजारा को दुष्कर्म का दोषी ठहराते हुए उसे फांसी की सजा दी है। अपना फैसला सुनाते हुए पाक्सो कोर्ट की जज नीरजा दाधीच ने मामले को दुर्लभतम बताते हुए एक मार्मिक बात भी कही। जज ने एक कविता के जरिए कहा कि यदि हम अब भी नहीं सुधरे तो बेटी देने से भगवान भी घबराएगा। मासूम बच्ची के साथ दुष्कर्म की यह घटना 2 अगस्त की है।
दरअसल आरोपी विनोद बंजारा फेरी लगाकर बर्तन बेचने का काम करता है। 2 अगस्त को वह झुंझुनूं जिले के डाबड़ी धीर सिंह गांव पहुंचा था। वहीं गांव में एक बच्ची अपने ननिहाल आयी हुई थी। इस पर आरोपी ने मासूम बच्ची को घर में अकेला पाकर उसके साथ दुष्कर्म किया और भाग गया। इसके बाद पुलिस ने 3 अगस्त को चिड़ावा में किराए के मकान से गिरफ्तार कर लिया था। पुलिस ने 11 दिन में ही आरोपी के खिलाफ चालान पेश कर दिया और अदालत ने भी 19 दिनों में ही आरोपी को फांसी का सजा सुना दी।
उल्लेखनीय है कि दुष्कर्म के आरोपी विनोद बंजारा की पत्नी ने भी हाल ही में एक बेटी को जन्म दिया है। वहीं जब अदालत ने दोषी को फांसी की सजा सुनायी उस वक्त वह अदालत में चुपचाप खड़ा रहा। बता दें कि जघन्य अपराध के चलते किसी वकील ने आरोपी की पैरवी नहीं की। इसके बाद सरकार ने विधिक सहायता के तहत उसे वकील मुहैया कराया। पोक्सो अदालत में विशेष लोक अभियोजक नंद किशोर ने कहा कि यह पहली बार हुआ है कि अदालत में चालान पेश होने के 20 दिन के अंदर दुष्कर्म के अपराधी को मौत की सजा सुनाई गई हो। नंद किशोर ने कहा, “मामले की जांच के लिए पुलिस ने विशेष टीम का गठन किया। सीसीटीवी कैमरे की सहायता से आरोपी की पहचान की गई और उसे तीन अगस्त को गिरफ्तार कर लिया गया जहां उसने अपना अपराध कबूल कर लिया।”