सीएम योगी के साथ संकेतिक विवाह करने पर पुलिस ने किया देशद्रोह के केस में गिरफ्तार, कोर्ट ने भेजा 14 दिन की न्यायिक हिरासत में

उत्तर प्रदेश के सीतापुर में महिला आंगनबाड़ी कर्मचारी संघ की जिलाध्यक्ष नीतू सिंह को विरोध प्रदर्शन के तौर पर सीएम योगी आदित्यनाथ से संकेतिक विवाह करना महंगा पड़ गया। दो दिन पहले ही सीतापुर में तमाम आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं के सामने नीतू सिंह ने सीएम योगी आदित्यनाथ के साथ संकेतिक विवाह किया था। लेकिन उनके इस विरोध प्रदर्शन पर यूपी पुलिस ने उनके खिलाफ देशद्रोह की धाराओं में केस दर्ज किया है। कोर्ट में पेशी के दौरान उन्हें 14 दिन की जूडिशियल कस्टडी में भेजा गया है। कोर्ट के इस फैसले को सुनकर नीतू सिंह की आंखों में आए आंसू आ गए और कोर्ट में ही रोने लगी। इस मामले पर नीतू सिंह का कहना है कि, “प्रशासन ने साजिश के तहत उनको बातचीत करने के बहाने बुलाया गया। उनके खिलाफ देशद्रोह का केस लगाया गया है। उसके बाद जेल भेज दिया गया। उनका ये आरोप है कि चुनाव के दौरान उन्होंने बीजेपी को वोट किया था, उन्हें ये सजा मिली है। इधर नीतू सिंह को जब कोर्ट से जेल भेजा गया तब वहां भारी संख्या में आंगनबाड़ी कार्यकर्ता इकट्ठी हो गईं और उन्होंने नीतू सिंह जिंदाबाद के नारे लगाए।

पिछले गुरुवार को सीएम के साथ संकेतिक शादी के बाद नीतू सिंह ने कहा था कि, “हमने उनके साथ 5 दिसंबर को शादी (सांकेतिक) तौर पर की है। हमारी ये मांग है कि या तो सीएम योगी अपने साथ ले चलें, या फिर हमे गुजारा भत्ता के तौर पर 15 हजार रुपए महीने दे।” इस पूरे तमाशे के बाद 15 हजार रुपए महीने का भत्ता तो उन्हें नहीं मिला लेकिन 14 की जेल जरूर मिल गई हैं।

 

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