CPM का प्रदर्शन- भाजपा की जनरक्षा यात्रा उल्टाचोर कोतवाल को डांटे वाली बात है
मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी के सैकड़ों कार्यकर्ताओं ने भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के केंद्रीय कार्यालय पर प्रदर्शन किया है। यह प्रदर्शन केरल में आरएसएस के आतंक और उनके द्वारा से सीपीएम के कैडरों की लगातार जा रही हत्याओं के खिलाफ था। सीपीएम का कहना है कि जब से आरएसएस भाजपा केंद्र में सत्ता में आई है तबसे लगातार सीपीएम के कार्यकर्ताओं और हमदर्दों पर लगातार हमले किए जा रहे हैं। गोरक्षा, लव जिहाद और छद्म राष्टÑवाद के नाम पर की जा रही हत्याएं उनकी घृणा पर आधारित राजनीति का नमूना है।
रैली के दौरान राष्ट्रीय स्वयंसवेक संघ (आरएसएस) का आतंकवाद मुर्दाबाद, आरएसएस भाजपा घृणा की राजनीति बंद करो और आरएसएस भाजपा खूनी राजनीति बंद करो, के नारे गूंजते रहे। जुलूस को भाजपा के मुख्यालय पर भारी पुलिस बल से रोका गया और वहीं आगे की सभा चलाई गई। सभा का संचालन केएम तिवारी सचिव सीपीएम दिल्ली राज्य कमेटी ने किया। सभा को संबोधित करते हुए सीताराम येचुरी ने कहा कि आरएसएस भाजपा की तरफ से की जा रही सीपीएम कार्यकर्ताओं की हत्याओं के विपरीत भाजपा की जन रक्षा यात्रा उल्टे चोर कोतवाल को डांटे वाली बात है। 2001 से 2017 तक 85 सीपीएम के कार्यकर्ताओं की हत्या की जा चुकी है।
इस जन रक्षा यात्रा के बहाने दरअसल अमित शाह के बेटे के मनी लोंडरिंग कांड से ध्यान भटकाने के लिए इस यात्रा का आयोजन किया गया है। पोलित ब्यूरो सदस्य मो. सलीम ने मोदी और अमित शाह को एनकाउंटर स्पेशलिस्ट बताया। यह सीपीएम ही है जो आज देश मे सांप्रदायिक सदभाव को बचाने के लिए हमेशा खड़ी रहती है जबकि आरएसएस विचारधारा समाज के लिए अभिशाप है। हम जनता की फौलादी एकता को बचाने के लिए लड़ेंगे चाहे लड़ते हुए मरना क्यों न पड़े। सीपीएम के पोलित ब्यूरो सदस्य सुभाषिणी अली ने भाजपा की जन रक्षा यात्रा को आरएसएस रक्षा यात्रा करार दिया। दरअसल आरएसएस की 5 दशकों की खूनी राजनीति का पर्दाफाश हुआ है। हमने केरल में प्रशासन पुलिस का सहारा यात्रा को रोकने में नहीं किया।