मुजफ्फरनगर में दो दबंगों द्वारा यौन शोषण से परेशान होकर दलित महिला ने दे दी जान
उत्तर प्रदेश के मुजफ्फरनगर में एक दलित महिला ने यौन शोषण से परेशान होकर आत्महत्या कर अपनी जान दे दी। यह मामला जिले के जोला गांव का है जहां पर गांव के दो दबंगों पर कई दिनों से महिला का यौन शोषण करने का आरोप लगा है। इंडिया टुडे की रिपोर्ट के अनुसार, एसपी ग्रामीण अजय सहदेव ने बताया कि 38 वर्षीय महिला का शव उसके घर में लटकता हुआ पाया गया था। इसके अलावा महिला के घर से उन्हें एक सुसाइड नोट भी बरामद हुआ है जिसमें उसने कई दिनों से यौन शोषण के शिकार होने के बारे मे जिक्र किया है। फिलहाल पुलिस ने इस मामले में आरोपियों के खिलाफ शिकायत दर्ज कर उन्हें गिरफ्तार कर लिया है। महिला के शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज जांच शुरू कर दी गई है।
आपको बता दें कि राज्य की बीजेपी सरकार उन्नाव रेप केस के बाद से विपक्ष के निशाने पर है क्योंकि इस मामले में बीजेपी विधायक कुलदीप सेंगर का नाम शामिल है। आरोपी विधायक पर पोक्सो एक्ट और विभिन्न धाराओं के खिलाफ केस दर्ज किया गया है। उन्नाव और कठुआ गैंगरेप मामले को लेकर कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने गुरुवार रात 12 बजे इंडिया गेट पर कैंडल मार्च निकाला था। वहीं राहुल ने अपने एक ट्वीट में कहा था, “ऐसे जघन्य अपराध के दोषियों का बचाव कोई कैसे कर सकता है? कठुआ में बच्ची के साथ जो हुआ, वह मानवता के खिलाफ अपराध है। इसे ऐसे ही नहीं छोड़ा जा सकता। अगर हम एक बच्ची के साथ ऐसी अकल्पनीय बर्बरता के साथ राजनैतिक हस्तक्षेप की अनुमति देते हैं तो हम क्या बन गए हैं?”
कांग्रेस द्वारा आरोपियों का बचाव करने की बात पर बीजेपी मंत्री मिनाक्षी लेखी सामने आई और उन्होंने कहा कि इनकी रणनीति आप देख सकते हैंं। पहले ये अल्पसंख्यक-अल्पसंख्यक चिल्ला रहे थे, फिर इन्होंने दलित-दलित चिल्लाना शुरू किया और अब ये महिला-महिला चिल्ला कर केंद्र सरकार को घेर रहे हैं। इसके साथ ही लेखी ने यह भी कहा था कि यह लोग राज्य सरकारों द्वारा उठाए गए कदमों को नजरअंदाज करते हुए ऐसे आरोप लगा रहे हैं।