छात्रा आत्महत्या मामले में डीजीपी ने एडीजी व आईजी को किया तलब…
उत्तर प्रदेश के कानपुर मे शोहदों से तंग आकर विश्वविद्यालय की छात्रा ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली, जिसके बाद हरकत में आए पुलिस अधिकारियों ने इंस्पेक्टर सहित चौकी प्रभारी पर गाज गिरा दी।इसके साथ ही मंगलवार को विश्वविद्यालय के छात्र-छात्राओं ने शोहदों सहित मामले की लीपापोती करने वाले जिम्मेदारों को फांसी देने की मांग की।मामला गंभीर होता भोर पहर पुलिस ने एक आरोपी को गिरफ्तार कर लिया।तो वहीं पूरे मामले को लेकर डीजीपी ने कानपुर जोन के एडीजी और आईजी रेंज को तलब कर लिया।जिससे कानपुर पुलिस महकमे में हड़कंप मचा हुआ है।कल्यानपुर थानाक्षेत्र आदर्श नगर में रहने वाले डा. दिनेश चन्द्र शर्मा की बेटी एश्वर्या शर्मा छत्रपति साहू जी महाराज विश्वविद्यालय में बीबीए द्वितीय वर्ष की छात्रा थी। छात्रा को करीब दो माह से इसी विभाग पढ़ने वाले छात्र अनिकेत दीक्षित और अनिकेत पाण्डेय उस पर दोस्ती करने का दवाब बना रहे थे।जिसकी शिकायत छात्रा ने छह फरवरी को विभागाध्यक्ष डा. ममता तिवारी से की।
विभागाध्यक्ष की ओर से कोई कार्रवाई न होता देख छात्रा व उसके परिजनों ने विश्वविद्यालय चौकी इंचार्ज अजय मिश्रा और कल्याणपुर इंस्पेक्टर समीर सिंह से भी गुहार लगाई।लेकिन परिजनों के मुताबिक पुलिस शोहदों के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की और विभागाध्यक्ष के साथ उल्टा समझौते का दबाव बनाया जाने लगा।जिससे छात्रा की हिम्मत जवाब दे गई और उसने सोमवार को फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली।जिसके बाद वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक अखिलेश कुमार मीणा ने इंस्पेक्टर समीर सिंह,चौकी इंचार्ज अजय सिंह और तीन पुलिस कर्मियों को लाइन हाजिर करके सीओ को मामले की जांच सौंप दी।
पुलिस की इस तरह की उदासीनता को लेकर मंगलवार को विश्वविद्यालय के सैकड़ों छात्र-छात्राओं ने विश्वविद्यालय कैम्पस में दो मिनट मौन होकर मृतक छात्रा की आत्मा को शांति प्रदान करने की प्रार्थना की।इसके बाद कैंडिल मार्च निकाला और पुलिस के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। विश्वविद्यालय के छात्र-छात्राओं का विरोध बढ़ता देख वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक अखिलेश कुमार मीणा ने आरोपियों को पकड़ने के लिए कल्याणपुर सीओ राजेश पाण्डेय को सख्त निर्देश दिये।जिसके बाद बुधवार भोर पहर एक आरोपी अनिकेत दीक्षित को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया। लेकिन पुलिस उसको लेकर कहां पर पूछताछ कर रही है यह जानकारी मीडिया को नहीं दी जा रही है।
मामला गंभीर होता देख बुधवार को सुबह ही पुलिस महानिदेशक ओपी सिंह ने एडीजी कानपुर जोन अविनाश चन्द्र और आईजी रेंज आलोक सिंह को तलब कर लिया और जल्द ही घटना का खुलासा करने का सख्त फरमान सुना दिया। जिसके बाद कानपुर पुलिस अधिकारियों के हाथ-पाव फूल गये और आरोपियों की धरपकड़ के लिए ताबडतोड छापेमारी शुरू कर दी है।वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक अखिलेश कुमार मीणा ने बताया कि प्रथम दृष्टतया मामले में विश्वविद्यालय चौकी इंचार्ज अजय मिश्रा की भूमिका संदिग्ध पाई गई है।उनका पर्सनल मोबाइल जब्त कर लिया गया है और जांच की जा रही है।जल्द ही पूरी घटना का खुलासा कर आरोपियों को सलाखों के अंदर भेजा जाएगा।
फरार है विभागाध्यक्ष-
विभागाध्यक्ष डा. ममता तिवारी पर आरोप है कि पुलिस से साठगाठ कर मृतक छात्रा पर समझौते का दबाव बना रही थी। जिसके चलते पुलिस ने विभागाध्यक्ष को भी आरोपी बनाया है। लेकिन विभागध्यक्ष फरार चल रही है। एसएसपी ने बताया कि विभागाध्यक्ष का मोबाइल स्विच ऑफ है और उनके रिश्तेदारों व संबंधियों के यहां दबिश दी जा रही है जल्द ही विभागाध्यक्ष को गिरफ्तार कर लिया गया है।
कुलपति ने बैठाई जांच-
छत्रपति शाहू जी महाराज विश्वविद्यालय की कुलपति प्रो. नीलिमा गुप्ता ने बताया कि मैने अभी हाल में चार्ज संभाला है। इसलिए मेरे जानकारी में मामला नहीं आ पाया था। लेकिन यह पता चला है कि मृतक छात्रा ने छह फरवरी को विभागाध्यक्ष डा. ममता तिवारी को लिखित शिकायत की थी। विभागाध्यक्ष ने इतनी बड़ी लापरवाही क्यों बरती यह जांच का विषय है। इसके लिए एक कमेटी का गठन किया गया है और जांच रिपोर्ट आने के बाद विभागाध्यक्ष के खिलाफ विभागीय कार्रवाई की जाएगी।