500 खिलाड़ियों को पवेलियन भेजने वाले इकलौते भारतीय विकेटकीपर बने महेंद्र सिंह धोनी
भारत ने दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ मंगलवार (13 फरवरी, 2018) को पांचवां मैच जीतकर छह मैचों की एक दिवसीय क्रिकेट श्रृंखला में 4-1 की अपराजेय बढ़त हासिल कर ली। भारत ने पहली बार देश से बाहर इस अफ्रीकी देश के खिलाफ किसी भी प्रारूप में पहली बार कोई श्रृंखला जीती है। भारतीय टीम ने सबसे पहले 1992 में दक्षिण अफ्रीका का दौरा किया था और तब से उसने कभी किसी भी प्रारूप में वहां अब तक कोई श्रृंखला नहीं जीती थी। हालांकि भारत ने 2006 में वहां एक टी20 मैच जीता था लेकिन वह एकल मैच का ही कार्यक्रम था। कोहली के नेतृत्व में टीम ने वह उपलब्धि हासिल की जो मोहम्मद अजहरूद्दीन, सचिन तेंदुलकर, सौरव गांगुली, राहुल द्रविड़ या महेंद्र सिंह धोनी नहीं कर पाए थे।
मैच के बाद कई बड़े रिकॉर्ड भी भारत के पक्ष में बने। जैसे रोहित शर्मा पोर्ट एलिजाबेथ में शतक मारने वाले पहले भारतीय खिलाड़ी बने जबकि टीम इंडिया भी विश्व की ऐसी दूसरी टीम बन गई जिसने लगातार 9 बार द्विपक्षीय सीरीज जीती। पहले नंबर वेस्टइंडीज है। इसी मैच में विकेटकीपिंग कर रहे भारत के पूर्व कप्तान महेंद्र सिंह धोनी ने बड़ी उपलब्धि हासिल कर ली है। धोनी भारत के पहले और विश्व के 9वें ऐसे खिलाड़ी बन गए हैं जिन्होंने लिस्ट ए क्रिकेट में 500 खिलाड़ियों को पवेलियन भेजा। इस दौरान धोनी ने 375 कैच लिए जबकि 125 स्टंप आउट किया।
वहीं सीरीज जीतने के बाद कप्तान कोहली ने कहा, ‘हम बहुत खुश हैं, हमने एक बार फिर शानदार प्रदर्शन किया। केवल एक टीम पर श्रृंखला हारने का दबाव था और हमें यह बात पता थी। लोगों ने इसके लिए (श्रृंखला जीतने के लिए) कड़ी मेहनत की। जोहानिसबर्ग में हुए तीसरे टेस्ट के बाद से हमारे लिए अच्छा समय रहा। इतिहास रचने के लिए हमने एक सम्मिलित कोशिश की।’
बता दें कि भारत ने पहले बल्लेबाजी करते हुए रोहिता शर्मा के शतक (126 गेंदों पर 115 रन) की बदौलत सात विकेट खोकर 274 रन बनाए थे और फिर 42.2 ओवर में ही दक्षिण अफ्रीका को 201 रन पर ऑल आउट कर दिया। कुलदीप यादव ने भारत की ओर से 57 रन देकर सबसे ज्यादा 4 विकेट झटके।