नागपुर में एक बोरे में मिली क्राइम रिपोर्टर की मां और नाबालिग बेटी की लाश, इलाक़े में डबर मर्डर से सनसनी
मीडीया से प्राप्त रिपोर्ट के अनुसार महाराष्ट्र के सीएम देवेंद्र फडणवीस के गृह नगर नागपुर में उस समय सनसनी मच गई जब वहाँ एक बोरे में एक क्राइम रिपोर्टर की मां और नाबालिग बेटी की लाश मिली. दोनों रविवार 18 फरवरी को मृत पाए गये
इनकी खून से सनी हुई लाश एक बोरे में भरी हुई थी। ये लाशें नागपुर टाइम्स नाम के एक पोर्टल में क्राइम रिपोर्टर के तौर पर कार्यरत रविकांत कांबले की माँ श्रीमती उषा एस. कांबले उम्र 54 साल और उनकी 18 महीने की नाबालिग बेटी राशि की थी उषा एस. कांबले और राशि शनिवार से लापता थीं। रविवार को शहर के सिताबुल्दी इलाके में एक स्कूल की इमारत के पीछे कुछ लोगों ने दोनों का शव देखा।
नागपुर टाइम्स नाम के एक पोर्टल में क्राइम रिपोर्टर के तौर पर कार्यरत रविकांत कांबले ने बताया था कि वे शनिवार शाम रिहायशी इलाके दिघोरी के पास स्थित बाजार गई थीं, लेकिन घर लौट कर नहीं आईं। रविकांत कांबले की पत्नी पुलिस में कार्यरत है। उनकी खोजबीन शुरू करने के बाद उनके अगवा होने का संदेह जताया गया और रविवार को दोनों का शव मिला। उनका गला रेता गया था और शवों को एक बोरे में भरकर गटर में फेंक दिया गया था।हालांकि, अभी हत्या के पीछे का मकसद पता लगाया जा रहा है, पुलिस को संदेह है कि पेशेवर या निजी रंजिश के चलते हत्या को अंजाम दिया गया है।
इस दोहरी हत्या की वारदात में नागपुर पुलिस ने दो संदिग्धों को हिरासत में लिया है। इस हत्या से नागपुर के लोग सकते में हैं। यह महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस का गृह नगर है, जो राज्य के गृह विभाग की जिम्मेदारी भी संभालते हैं।इस मामले में पुलिस के डिप्टी कमिश्रनर नीलेश भर्ने ने बताया कि यह महिला छोटी बच्ची के साथ आखिरी बार गणेश साहू नाम के किराना दुकानदार द्वारा उसी इलाके में शनिवार शाम 5 बजे देखी गई थी, पुलिस ने प्राथमिक जांच के बाद गणेश साहू को हिरासत में ले लिया है। पुलिस ने कहा कि साहू ने महिला को 7 हजार रुपये दिये थे, ये रकम गणेश ने महिला से उधार लिये थे। पुलिस के मुताबिक महिला सूद पर लोगों को पैसे देती थी। रिपोर्ट के मुताबिक साहू के घर के सामने एक बोलेरो गाड़ी रखी हुई थी, इस गाड़ी के भीतरी हिस्से में खून के निशान थे। पुलिस ने कहा कि वे लोग अभी भी इस बात की जानकारी कर रहे हैं कि क्या गाड़ी साहू के नाम से हैं, और क्या गाड़ी में मिले खून के निशानों का इन हत्या से कुछ लेना-देना है।