शराब के नशे में धुत शख्स ने राहगीर को कार से कुचला फिर आत्मग्लानि में कर ली खुदकुशी
उत्तराखंड के रुद्रप्रयाग जिले में शुक्रवार (22 जून) को एक कार हादसा हुआ था। इस हादसे में शराब के नशे में धुत होकर गाड़ी चला रहे शख्स ने एक राहगीर को कुचल दिया था। लोगों ने गाड़ी के ड्राइवर को पुलिस को सौंप दिया था। उसे बाद में जमानत भी मिल गई। हादसे के दो दिन बाद भी गाड़ी चलाने वाला शख्स के दिल में इस बात का पछतावा बना रहा कि सिर्फ उसकी गलती के कारण निर्दोष शख्स की मृत्यु हुई है। इसी पछतावे में डूबकर गाड़ी चलाने वाले शख्स ने आत्महत्या कर ली। बताया गया कि 38 साल के यशबीर सिंह रौथान उत्तराखंड के रुद्रप्रयाग जिले में जल संस्थान में जूनियर इंजीनियर थे। शुक्रवार (22 जून) को तिलवारा इलाके से गुजरते वक्त उनकी गाड़ी ने एक शख्स को टक्कर मार दी थी। यशबीर सिंह उस वक्त शराब के नशे में थे। टक्कर से राहगीर उछलकर सड़क के दूसरी तरफ गिर गया। मरने वाले शख्स की पहचान संजय गोदियाल के तौर पर हुई। कुछ लोग उसे उठाकर अस्पताल में ले गए और पुलिस ने मौके पर पहुंचकर यशबीर सिंह को गिरफ्तार कर लिया।
पुलिस ने उस पर कई धाराएं लगाईं जिनमें लापरवाही से गाड़ी चलाना, किसी को चोट पहुंचाना या किसी की सुरक्षा को खतरे में डालना, उस पर शराब पीकर गाड़ी चलाने के लिए मोटर व्हीकल एक्ट के तहत जुर्माना भी लगाया गया। रौथान को शनिवार (23 जून) को कोर्ट के समक्ष पेश किया गया था। जहां से उसे जमानत मिल गई थी। जबकि कुछ ही घंटों बाद गोदियाल की चोटों के कारण मौत हो गई थी। गोदियाल की मौत की खबर ने यशबीर को बेचैन कर दिया।
यशबीर रविवार (24 जून) की दोपहर करीब 2 बजे घर से निकला था। उसने अपने पिता को बताया कि उसे अपने दफ्तर में कुछ काम है। कुछ घंटों बाद ही यशबीर ने अगस्त मुनि इलाके में स्थित जल संस्थान के पंप हाउस में फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। यशबीर सिंह ने मरने से पहले एक सुसाइड नोट भी लिखा था। उसमें लिखा था कि,”मैं संजय गोदियाल की मौत के बाद भारी तनाव में हूं। हो सकता है कि इससे उसका परिवार मेरी गलती के लिए मुझे माफ कर दे।”