वैज्ञानिकों का दावा- धरती से भी टकरा सकती है अंतरिक्ष में भेजी गई कार
टेस्ला कंपनी के सीईओ एलन मस्क की कार जिसे हाल ही में स्पेसएक्स रॉकेट की परीक्षण उड़ान के एक हिस्से के तौर पर अंतरिक्ष में भेजा गया था वह आखिरकार धरती या शुक्र ग्रह से टकरा जाएगी। वैज्ञानिकों ने ऐसा दावा किया है। कनाडा की यूनिर्विसटी आॅफ टोरंटो के असिस्टेंट प्रोफेसर हेन्नो रीन ने कहा, ‘‘यह धरती या शुक्र ग्रह से टकरा सकती है लेकिन इससे परेशान होने की कोई जरूरत नहीं है क्योंकि ऐसा होने की आशंका अगले दस लाख सालों में भी बहुत कम है।’’ इस कार को छह फरवरी को स्पेसएक्स के फाल्कन हेवी परीक्षण उड़ान के लिए पेलोड के तौर पर भेजा गया था।
पेलोड अंतरिक्ष यान के उड़ान भरने के लिए उसके द्वारा उठाया जाने वाला जरूरी भार है। रॉकेट परीक्षण उड़ानों में आमतौर पर डमी पेलोड को भेजा जाता है लेकिन स्पेसएक्स के आविष्कारक ने इसकी बजाए अपनी निजी कार टेस्ला रोडस्टर को भेजा था। इस कार में किसी तरह का वैज्ञानिक उपकरण नहीं रखा गया था और इसे अब धरती के समीप की वस्तु के तौर पर वर्गीकृत किया गया है। नासा की जेट प्रपल्शन लैबोरेटरी इस पर नजर रख रही है।
दूसरी तरफ, अंतरिक्ष एजेंसी नासा के हब्बल अंतरिक्ष टेलिस्कोप ने हाल ही में वरुण ग्रह की रहस्यमयी आंधी की तस्वीरों को कैद किया है। माना जा रहा है कि इसकी दुर्गंध सड़े हुए अंडों के समान है और यह धीरे-धीरे कमजोर पड़ रही है। हब्बल टीम के मुताबिक नासा के वॉयजर दो अंतरिक्षयान ने ग्रह की इस अत्याधिक अंधकारपूर्ण आंधी का पता पहली बार 1980 के अंतिम महीनों में लगाया था।
हब्बल ने वर्ष 1990 के मध्य में दो अंधकारमय आंधियों का पता लगाया था जो बाद में लुप्त हो गईं थीं। इस हालिया आंधी को पहली दफा वर्ष 2015 में देखा गया था लेकिन यह अब धीरे-धीरे लुप्त होने की स्थिति में है। बृहस्पति ग्रह के ग्रेट रेड स्पॉट की तरह ही यह आंधी चक्रवात की विपरीत दिशा में चक्कर काट रही है और ग्रह की गहराई में मौजूद पदार्थों को बाहर निकाल रही है। यह अंधकारमय बवंडर ग्रह विज्ञानियों के पूर्वानुमान के विपरीत पेश आ रहा है जिनका मानना था कि इसके चलते एक विस्फोट हो सकता है। इसके उलट यह कमजोर पड़ रहा है।