नहीं रहे पूर्व लोकसभा अध्यक्ष सोमनाथ चटर्जी, 89 साल की उम्र में हुआ निधन
पूर्व लोकसभा अध्यक्ष सोमनाथ चटर्जी का साेेेमवार (13 अगस्त) को निधन हो गया है। वह 89 साल के थे। उन्हें रविवार (12 अगस्त) को दिल का हल्का दौरा पड़ा, जिसके बाद उनकी स्थिति बिगड़ गई थी। उन्हें इलाज के लिए वेंटिलेटर पर रखा गया था। उनका इलाज कर रहे चिकित्सक ने कल मीडिया को बताया था कि वह गुर्दे संबंधी बीमारी से भी परेशान थे। उनकी लगातार डायलिसिस भी हो रही थी। पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री व तृणमूल कांग्रेस की अध्यक्ष ममता बनर्जी ने ट्वीट कर कहा, “सोमनाथ-दा के निधन पर दुखी हूं। उनके परिवार और चाहने वालों के प्रति मेरी संवेदनाएं। यह हमारे लिए एक बड़ी क्षति है।”
पिछले महीने सोमनाथ चटर्जी को मस्तिकाघात के बाद अस्पताल में भी भर्ती करवाना पड़ा था। पिछले 40 दिनों से चटर्जी का उपचार चल रहा था। दस बार लोकसभा के सदस्य रहे चटर्जी माकपा की केंद्रीय समिति के सदस्य रहे थे। वह 2004 से 2009 के बीच लोकसभा के अध्यक्ष रहे। हालांकि उनकी पार्टी के संप्रग-1 सरकार से समर्थन वापस लेने के बाद उन्होंने लोकसभा अध्यक्ष के पद से इस्तीफा देने से इनकार कर दिया था। इसी के बाद 2008 में उन्हें माकपा से निष्कासित कर दिया गया था।
बता दें कि पूर्व लोकसभा अध्यक्ष सोमनाथ चटर्जी मशहूर वकील निर्मल चंद्र चटर्जी के बेटे थे। निर्मल चंद्र अखिल भारतीय हिंदू महासभा के संस्थापक भी थे। सोमनाथ चटर्जी ने सीपीएम के साथ राजनीतिक करियर की शुरुआत 1968 में की और 2008 तक इस पार्टी से जुड़े रहे। 1971 में वह पहली बार सांसद चुने गए और इसके बाद राजनीति में कभी पीछे मुड़कर नहीं देखा।
उनके निधन पर भारत के राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने ट्वीट करके शोक प्रकट किया है। उन्होंने लिखा कि पूर्व स्पीकर चटर्जी की लोकसभा में उपस्थिति हमेशा ही दमदार होती थी। ये बंगाल और भारत की जनता का व्यक्तिगत नुकसान है। वहीं पीएम नरेंद्र मोदी ने शोक प्रकट किया है। उन्होंने ट्वीट करके उन्हें महान आत्मा और गरीबों का सच्चा हितैषी बताया है। वहीं कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने भी ट्वीट करते हुए पूर्व लोकसभा स्पीकर के निधन पर शोक प्रकट किया है।