सलमान खान की सजा पर वायरल हो रहा मुलायम सिंह का फर्जी बयान, देखिए क्या है इस स्टेटमेंट में
काले हिरण का शिकार करने के मामले में जोधपुर की एक अदालत ने बॉलीवुड के सुपरस्टार सलमान खान को दोषी ठहराते हुए पांच साल कैद की सजा सुनाई है। इस पर राजनीति से लेकर बॉलीवुड से जुड़ी कई हस्तियों ने प्रतिक्रिया व्यक्त की है। कई हस्तियों के फर्जी बयान भी सोशल नेटवर्किंग साइटों पर वायरल हो रहे हैं। समाजवादी पार्टी के वरिष्ठ नेता मुलायम सिंह यादव के नाम पर ऐसा ही एक फर्जी बयान वायरल हो रहा है। इसमें उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री ने कथित तौर पर कहा, ‘सलमान खान ने जब काले हिरण का शिकार किया था तब वह युवा था। युवा लड़कों से गलतियां हो जाती हैं। अब वह रोल मॉडल हैं, ऐसे में उन्हें सजा नहीं देनी चाहिए।’ दरअसल, वर्ष 2014 के लोकसभा चुनाव के दौरान मुलायम सिंह ने दुष्कर्म पर विवादित बयान दिया था। मुरादाबाद की एक रैली में उन्होंने मुंबई के शक्ति मिल दुष्कर्म कांड पर कहा था कि लड़कों से अक्सर गलतियां हो जाती हैं, ऐसे में उन्हें सीधे फांसी देना गलत है। उन्होंने कहा था कि दहेज उत्पीड़न, दलित उत्पीड़न जैसे कानूनों को दुरुपयोग हो रहा है। सत्ता में आने पर इन कानूनों का दुरुपयोग रोकने के लिए नया कानून लाने की भी बात कही थी। मुलायम सिंह ने कहा था कि लड़के और लड़कियां पहले दोस्त रहते हैं। मतभेद होने पर लड़की बयान दे देती है कि उसका रेप हो गया है और फिर बेचारे लड़कों को फांसी हो जाती है। सोशल साइट में मुलायम के इसी बयान को आधार बनाकर फर्जी मैसेज पोस्ट किया गया है।
#BREAKING "Salman Khan was young boy when he mistakenly killed the blackbuck. And young boys make mistakes. Now he is the role model. He should not be punished." Netaji on Jodhpur Court verdict. (File Pic)#BlackBuckPoachingCase pic.twitter.com/BQ8xgczHq7
— ANI (@ANI_OfficiaI) April 5, 2018
बता दें कि दो दशक पुराने काले हिरण का शिकार मामले में बॉलीवुड अभिनेता सलमान खान को जोधपुर की एक अदालत ने दोषी ठहराते हुए पांच साल कैद की सजा सुनाई है। सपा की राज्यसभा सदस्य जया बच्चन ने कोर्ट के फैसले के बाद कहा था कि उन्हें सलमान के लिए बहुत बुरा लग रहा है। पाकिस्तान के विदेश मंत्री ख्वाजा आसिफ ने विवादास्पद बयान दिया था। उन्होंने कहा था कि सलमान खान यदि भारत में सत्तारूढ़ पार्टी के धर्म के ताल्लुक रखते तो उनके प्रति नरमी बरती जाती। उन्हें मुसलमान होने के कारण इतनी कठोर सजा दी गई है। आसिफ ने यहां तक कहा था कि भारत में मुस्लिम समुदाय के साथ अछूतों जैसा व्यवहार किया जाता है। इस बयान को लेकर सोशल साइट पर लोग उन्हें ट्रोल करने लगे थे।