बेटे के हत्यारे को गले लगाया, दुनिया भर में हो रही इस मुस्लिम शख्स की तारीफ
क्या आपने कभी सुना है कि किसी पिता ने अपने ही बेटे के हत्यारे को गले लगाकर उसे माफ कर दिया हो। जाहिर सी बात है ऐसा सुनना या सोचना हर किसी की सोच से परे है, लेकिन ऐसा हुआ है। एक पिता ने अपने ही बेटे के हत्यारे को कोर्ट द्वारा सजा सुनाए जाने के बाद गले लगाकर माफ किया है। दरअसल मंगलवार को 24 साल के ट्रे रेलफोर्ड को कोर्ट ने पिज्जा डिलीवरी ब्वॉय सलाहुद्दीन जितमौद की हत्या मामले में 31 साल की सजा सुनाई, लेकिन कोर्ट की सुनवाई के दौरान ही सलाहुद्दीन के पिता डॉ. अब्दुल मुनीम सोम्बट जितमौद ने दोषी को माफ करते हुए गले लगा लिया।
डेली मेल के मुताबिक 22 साल के सलाहुद्दीन को 15 अप्रैल 2015 के दिन यूनाइटेड स्टेट्स के लेक्सिंग्टन (केंटकी) में उस वक्त लूटने के बाद मौत के घाट उतार दिया गया था, जिस वक्त वह पिज्जा डिलीवरी का अपना काम कर रहा था। दो साल पुराने इस मामले की सुनवाई के दौरान मंगलवार को सलाहुद्दीन के पिता डॉ. जितमौद ने अपने बेटे को याद करते हुए उसके हत्यारे को माफ कर दिया। उन्होंने कहा, ‘किसी को क्षमा करना इस्लाम में सबसे बड़ा है।’
डॉ. जितमौद ने कहा कि उनका बेटा बहुत ही कोमल और उदार दिल का लड़का था, उसे प्रोडक्शन का और लिखने का शौक था। उन्होंने अपने बेटे को याद करते हुए कहा कि मर्डर वाली रात उसे केवल एक और पिज्जा डिलीवरी करनी थी, जिसके बाद वह घर लौटने वाला था। इसके अलावा अपने बेटे की हत्या पर कोर्ट में डॉ. जितमौद ने काफी भावुक स्पीच देते हुए कहा कि वह हत्यारे को इस अपराध का गुनहगार नहीं मानते। उन्होंने कहा, ‘मुझे उस राक्षस के ऊपर गुस्सा आ रहा है जिसने तुमसे ये काम करवाया।’
डॉ. जितमौद के इस उदार दिल वाले काम की हर जगह चर्जा हो रही है और लोग उनके इस नेक काम के लिए उनकी तारीफ भी कर रहे हैं। ट्रे रेलफोर्ड की मां ने भी कोर्ट को ये बताया कि किस तरह उनका बेटा ड्रग्स के चक्कर में पड़कर गलत राह पर चला गया था। इसके साथ ही उन्होंने सलाहुद्दीन के पिता को उनके नेक काम के लिए धन्यवाद भी कहा। उन्होंने कहा, ‘मैं आपके बेटे की मौत के लिए काफी दुखी हूं। मैं इसके लिए पूरी जिम्मेदारी लेती हूं। आपने मेरे बेटे को माफ कर दिया इससे मैं काफी आश्चर्य में हूं।’
इसके अलावा रेलफोर्ड ने भी खुद अपने गुनाह की माफी मांगते हुए कहा, ‘उस दिन जो कुछ भी हुआ उसके लिए मैं क्षमा चाहता हूं। मैं आपके दुख की कल्पना भी नहीं कर सकता। मैं कुछ भी नहीं कर सकता। आपने मुझे माफ कर दिया इसके लिए मैं आपको धन्यवाद कहता हूं।’ बता दें कि सलाहुद्दीन के मर्डर के आरोप में रेलफोर्ड के साथ दो अन्य लोगों को भी गिरफ्तार किया गया था, लेकिन कोर्ट ने केवल रेलफोर्ड को दोषी करार देते हुए सजा सुनाई।