मुश्किल में सीएम रुपानी, विभाग छिनने से भड़के डिप्टी सीएम नितिन पटेल, विधायकों ने भी दी धमकी!
गुजरात में बीजेपी की नयी सरकार के शपथ ग्रहण के महज तीन दिन बाद सीएम विजय रुपानी और डिप्टी सीएम नितिन पटेल के बीच तकरार की खबरें हैं। ये तकरार डिप्टी सीएम नितिन पटेल को मनपसंद विभाग नहीं मिलने के कारण पैदा हुआ है। इसके अलावा वडोदरा के विधायक राजेन्द्र त्रिवेदी भी पार्टी नेतृत्व से नाराज हैं इस वजह है वडोदरा से किसी भी विधायक का कैबिनेट में शामिल नहीं किया जाना। इंडिया टुडे की एक रिपोर्ट के मुताबिक भड़के राजेन्द्र त्रिवेदी ने 10 विधायकों के साथ पार्टी छोड़ने की धमकी दी है। कुछ ऐसी ही धमकी दक्षिण गुजरात के नेताओं ने पार्टी आलाकमान को दी है। बता दें कि 28 दिसंबर को हुए पोर्टफोलियो वितरण में डिप्टी सीएम से तीन अहम विभाग ले लिये गये हैं इनमें वित्त, शहरी विकास और पेट्रोलियम मंत्रालय शामिल है। मंत्रिमंडल बंटवारे से नितिन पटेल इतने नाराज हैं कि उन्होंने शुक्रवार (29 दिसंबर) को अपना पदभार भी नहीं संभाला। मुख्यमंत्री विजय रुपानी ने सामान्य प्रशासन, गृह, योजना, बंदरगाह एवं खदान सहित कई अन्य विभाग अपने पास रखे हैं । वह शहरी विकास, पेट्रोलियम, जलवायु परिवर्तन, विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी और सूचना एवं प्रसारण विभागों की भी जिम्मेदारी संभालेंगे । वहीं उप-मुख्यमंत्री नितिन पटेल को सड़क एवं निर्माण, स्वास्थ्य, मेडिकल शिक्षा, नर्मदा, कल्पसार एवं कैपिटल परियोजना जैसे विभागों की जिम्मेदारी सौंपी गई है । वित्त विभाग की जिम्मेदारी सौरभ पटेल को दी गई है उन्हें ऊर्जा विभाग भी सौंपा गया है।
बता दें कि 99 सीट लाकर गुजरात में जब बीजेपी सत्ता में आई तो एक बार चर्चा यह भी थी कि बीजेपी आलाकमान नितिन पटेल को सीएम बना सकती है। लेकिन ऐन मौके पर उन्हें फिर से डिप्टी सीएम बना दिया गया। माना जा रहा है कि नितिन पटेल इस बार समझौता करने के मूड में नहीं हैं। नितिन पटेल वित्त और शहरी विकास मंत्रालय को अपने पास रखने को लेकर अड़े हुए हैं। टीओआई की एक रिपोर्ट के मुताबिक एक उच्च पदस्थ सूत्र ने कहा कि नितिन पटेल ने गुरुवार को ही अपनी नाराजगी जाहिर कर दी है, उन्होंने कहा कि अगर आलाकमान उनकी मांग नहीं मानती है तो वह यह कहते हुए इस्तीफा दे देंगे कि उनके आत्म सम्मान को ठेस पहुंची है।
मुख्यमंत्री ने इस बार नंबर दो समझे जाने वाले वित्त मंत्रालय को नितिन पटेल के जूनियर सौरभ पटेल को वित्त मंत्रालय दे दिया है, जबकि दो अहम मंत्रालय शहरी विकास और ऊर्जा मंत्रालय सीएम ने खुद अपने पास रख लिये हैं। इस मुद्दे पर नितिन पटेल ने कोई प्रतिक्रिया नहीं दी है, जबकि गुजरात बीजेपी अध्यक्ष के जीतू वघनानी ने कहा है कि कोई विवाद नहीं है और अगर कोई समस्या है तो उसे सुलझा लिया जाएगा।