एमपी के सागर में 10वीं की लड़की से किया गैंगरेप, मां-बेटे समेत 5 को किया गया गिरफ्तार
मध्य प्रदेश में बच्चियों के साथ दरिंदगी थमने का नाम नहीं ले रही है। मंदसौर और सतना के बाद अब सागर जिले में एक मासूम को गैंगरेप का शिकार बनाया गया है। घटना के बाद 10वीं कक्षा में पढ़ने वाली आदिवासी छात्रा को आरोपी गांव में एक स्कूल के पास फेंक कर फरार हो गए। आनन-फानन में किसी तरह उसे नजदीक के अस्पताल में भर्ती कराया गया। डॉक्टरों के मुताबिक, पीड़िता की हालत इस वक्त नाजुक बनी हुई है।
यह मामला गौरझामर इलाके के जैतपुर कछिया गांव का है। मंगलवार (तीन जुलाई) को एक औरत की सहायता से चार लोगों ने मिलकर 14 वर्षीय छात्रा को पहले बंधक बनाया। फिर इस वारदात को अंजाम दिया, जिसमें उसका बेटा भी शामिल है। पीड़ित पक्ष की शिकायत पर पुलिस ने मां-बेटे समेत पांच आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है। आरोप है कि ममता ने पीड़ित छात्रा को बहला-फुसलाकर खेत ले जाने की बात कही थी। लेकिन वह उसे तब अपने घर ले आई थी, जहां उसने छात्रा को एक कमरे में बंद कर दिया था।
पीड़िता ने एक अखबार को इस बारे में बताया, “मैं कमरे में बंद थी, तभी वहां कुछ देर बाद ममता का बेटा हल्ले अहिरवार और उसके दोस्त गोपाल अहिरवार, राजेश अहिरवार व प्रवेंद्र पटेल पहुंचे। उन्होंने मेरी इज्जत के साथ खिलवाड़ किया। घटना के बाद उन्होंने मेरे मुंह पर कपड़ा बांध कर स्कूल के पास फेंक दिया था।”
घर से लापता छात्रा को खोजते-खंगालते परिजन ने किसी तरह उसे ढूंढा, जिसके बाद वे पीड़िता को जिला अस्पताल लेकर पहुंचे। आरोप है कि पुलिस ने शुरू में इस मामले को दबाने की कोशिश की थी, जिसके कारण मासूम के इलाज में देरी हुई।
उधर, पुलिस अधिकारियों का कहना है कि मामले की सूचना पर पुलिस फौरन मौके पर पहुंची थी। महिला सहित पांच आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया है, जिनसे पूछताछ की जा रही है। पांचों आरोपी अगर दोषी पाए गए, तो उनके खिलाफ कड़ी से कड़ी कार्रवाई की जाएगी।