भारतीय क्रिकेटर महेंद्र सिंह धोनी को मिली कामयाबी के पीछे पू्र्व कप्तान सौरव गांगुली का हाथ है। यह खुलासा पूर्व खिलाड़ी वीरेंद्र सहवाग ने किया है। सोशल मीडिया पर अपने ट्वीट्स को लेकर सुर्खियों में रहने वाले वीरेंद्र सहवाग यह बात बोलकर एक बार फिर चर्चा का विषय बन गए हैं। क्रिकेट की बात से खास बातीचीत के दौरान वीरेंद्र सहवाग ने कहा कि धोनी सौरव गांगुली के कारण दुनिया के बड़े खिलाड़ी बने हैं। उस समय हम बल्लेबाजी के ऑर्डर में एक एक्सपेरिमेंट करते थे। हम फैसला करते थे हमें ओमनिंग के लिए अच्छी पार्टनरशिप मिलती है तो सौरव गांगुली को तीसर नंबर पर बल्लेबाजी के लिए भेजा जाएगा और अगर खराब पार्टनरशिप होती थी तो इरफान और धानी जैसे पिंच हिटर्स को बल्लेबाजी के लिए भेजा जाता था। इसके बाद गांगुली ने फैसला लिया कि वे धोनी को अपनी जगह तीसरे नंबर पर खेलने का मौका देंगे। इंडिया टीवी से वीरेंद्र सहवाग ने कहा कि गांगुली हमेशा नए खिलाड़ियों को मौका देते थे। अगर दादा ऐसा नहीं करते तो धोनी आज दुनिया के बड़ी खिलाड़ी नहीं होते।
वहीं दिग्गज तेज गेंदबाज आशीष नेहरा के भारतीय टीम में शामिल होने पर उठ रहे सवालों पर पूर्व सलामी बल्लेबाज वीरेंद्र सहवाग ने नेहरा का बचाव किया है। सहवाग ने कहा कि अगर दिग्गज बल्लेबाज सचिन तेंदुलकर 40 की उम्र तक क्रिकेट खेल सकते हैं, तो नेहरा क्यों नहीं खेल सकते। 2020 में होने वाले टी-20 विश्व कप में नेहरा के खेलने की संभावना के बारे में सहवाग ने कहा, “मुझे नहीं लगता कि विश्व कप में खेलने के लिए उम्र मायने रखती है। अगर नेहरा फिट हैं और कम रन देकर अधिक विकेट ले सकते हैं, तो वह विश्व कप में क्यों नहीं खेल सकते?” सहवाग ने कहा, “सनथ जयसूर्या 42 साल की उम्र तक खेले थे। सचिन 40 साल की उम्र तक भारतीय टीम का प्रतिनिधित्व कर सकते हैं, तो नेहरा क्यों नहीं?”
सहवाग ने कहा, “फिटनेस ही हर क्रिकेट खिलाड़ी के लिए सही मंत्र होना चाहिए। अगर आप फिट हैं, तो आप हिट हैं। मुझे नहीं लगता कि वर्तमान में भारतीय टीम में कोई भी ऐसा खिलाड़ी शामिल है, जो फिट नहीं है।” सहवाग का मानना है कि नेहरा फिटनेस के मामले में कप्तान विराट कोहली से 19 नहीं हैं। सहवाग ने इंडिया टीवी के शो ‘क्रिकेट की बात’ में कहा कि नेहरा की फिटनेस का राज ये है कि जब वह अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट नहीं खेल रहे होते हैं तब भी जिम में लगभग आठ घंटे बिताते हैं।
उन्होंने कहा, “ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ नेहरा के टी-20 टीम में चुने जाने पर मुझे हैरानी नहीं हुई। जब मैंने क्रिकेट खेलना शुरू किया था, तब मैं फिटनेस को लेकर सजग नहीं था हालांकि बाद में मैंने इस पर ध्यान दिया। अगर मेरे शुरुआती दिनों में मेरे पास ट्रेनिंग के वो उपकरण होते जो आज हैं, तो मैं भी नेहरा की तरह अभी तक खेल रहा होता।