भय्यूजी महराज के आगे नरेंद्र मोदी भी झुकाते थे सिर, बड़े नेताओं संग था उठना-बैठना

मध्य प्रदेश के कथित संत भय्यूजी महराज सियासी गलियारे में बहुत रसूखदार थे। देश की हर बड़ी हस्तियों के साथ उनका उठना-बैठना था। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से भी उनकी काफी नजदीकियां थीं। कुछ पुरानी तस्वीरों में नरेंद्र मोदी भी उनके सामने सिर झुकाते दिखते हैं। नरेंद्र मोदी से उनकी नजदीकी का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि जब नरेंद्र मोदी बतौर गुजरात के मुख्यमंत्री सद्भावना उपवास पर बैठे थे, तब उन्होंने जूस पिलाकर उपवास खत्म कराया था। 2011 में जब अन्ना हजारे का अनशन चल रहा था तब यूपीए सरकार ने भय्यू जी महराज को अपना दूत बनाकर भेजा था। इस दौरान उन्होंने जूस पिलाकर अन्ना का अनशन तुड़वाने में सफलता हासिल की थी। इसके बाद भय्यूजी महराज चर्चा में आए थे।
भय्यूजी महराज के साथ तमाम नेताओं की तस्वीरें देखकर उनके राजनीतिक रसूख का पता चलता है। पूर्व राष्ट्रपति प्रतिभा पाटिल, संघ प्रमुख मोहन भागवत, नितिन गडकरी, शिवराज सिंह चौहान, रमन सिंह, उद्धव ठाकरे, विलासराव देशमुख आदि हस्तियों के साथ उनकी तस्वीरें हैं। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक महाराष्ट्र में जब वर्ष 2000 में विलासराव देशमुख मुख्यमंत्री थे, तब उनसे नजदीकी की वजह से भय्यूजी की तूती बोलती थी। उस वक्त महाराष्ट्र सरकार ने उन्हें राज्य अतिथि का दर्जा दिया हुआ था। खास बात है कि भय्यूजी के शिष्यों में बीजेपी ही नहीं काग्रेस सहित सभी विरोधी दलों के नेता शामिल रहे।
कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह के साथ भय्यूजी महराज।
विवादों से रहा है नाताः शानोशौकत भरी जिंदगी जीने वाले भय्यूजी महराज का विवादों से नाता रहा है। महंगी कारों का काफिला उनके साथ चलता था तो स्विस घड़ियां पहनते थे। पहली पत्नी के निधन के बाद जब उन्होंने दूसरी शादी की तो एक महिला ने अपने बच्चे का उन्हें पिता बताते हुए हंगामा खड़ा कर दिया। इस महिला ने 2005 में उनके खिलाफ केस दर्ज कर कहा था कि वह भय्यूजी महराज की श्रद्धालु थी, इस दौरान उन्होंने पत्नी की तरह रखा था। बता दें कि 1968 में जन्मे भय्यूजी महराज का मूल नाम उदय सिंह देशमुख था। कमिंग टू होम सियाराम के लिए मॉडलिंग करने के बाद उन्होंने खुद को संत रूप में ढाल लिया था।