कूड़ा उठाने वाले ठेले पर निकली बेसहारा 70 वर्षीय बुजुर्ग की अंतिम यात्रा, पंचायत अधिकारी बोले- वाहन की नहीं थी सुविधा
तमिलनाडु में मानवता को शर्मसार करने वाली एक घटना सामने आई है। वेल्लोर जिले में एक बेसहारा 70 वर्षीय बुजुर्ग की मौत हो गई थी। शोलिंगपुर टाउन नगर पंचायत के कर्मचारी उनके शव को सफेद कपड़े में बांध कर कूड़ा उठाने वाले ठेले में डालकर ले गए थे। यह मामला सोमवार (2 अप्रैल) का है। दो दिन बाद अब इसका वीडियो सोशल मीडिया में वायरल हो रहा है। मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, बुजुर्ग की मौत 27 मार्च को हुई थी। पंचायत अधिकारियों के इस अमानवीय रवैये की कड़ी आलोचना हो रही है। अधिकारियों ने इसका बचाव करते हुए कहा कि लावारिश शवों को ले जाने के लिए उनके पास उचित वाहन उपलब्ध नहीं हैं। एक अधिकारी ने कहा कि वाहन के अभाव में उन्हें कूड़ा उठाने वाले ठेले का इस्तेमाल करना पड़ा। इस अधिकारी ने बताया कि शव को शोलिंगपुर सरकारी अस्पताल से तकरीबन आधे किलोमीटर दूर स्थित कब्रगाह में ले जाकर दफनाया गया था। पुलिस अधिकारियों ने बताया कि बुजुर्ग शोलिंगपुर टाउन का ही रहने वाले थे। वह डाकघर के करीब सड़क किनारे वर्षों से रह रहे थे। एक पुलिस अधिकारी ने बताय कि बुजुर्ग भीख मांगकर अपना गुजारा चलाता था और आसपास के लोग उन्हें अच्छी तरह से जानते थे। सड़क किनारे मृत पाए जाने पर उन्हें सरकार अस्पताल ले जाया गया था।
पुलिस ने बताया कि तकरीबन एक सप्ताह बाद भी 1 अप्रैल तक बुजुर्ग के शव पर दावा करने वाला कोई नहीं आया था। इसके बाद नगर पंचायत के मुख्य कार्यकारी अधिकारी अनबुसेल्वम को इसकी जानकारी दी गई थी। साथ ही शव के अंतिम संस्कार की व्यवस्था करने को भी कहा गया था। ‘टाइम्स ऑफ इंडिया’ के अनुसार, चेन्नई के तांबरम में रहने वाली राजी (54) नामक महिला ने पुलिस से संपर्क साधकर शव पर दावा ठोका था। उन्होंने बुजुर्ग का नाम राजारमन बतया था। बकौल राजी, राजारमन उनके मामा थे। उनके मुताबिक, वह अविवाहित थे और कई वर्ष पहले घर छोड़कर चले गए थे। राजी ने शव को चेन्नई लाकर सम्मानजनक तरीके से अंतिम संस्कार करने में असर्थता जताई थी। अनबुसेल्वम ने शव को ले जाने के लिए कूड़ा उठाने वाले ठेले का इस्तेमाल करने की बात स्वीकार की है।