सूडान की 19 साल की महिला को अपने जालिम पति की हत्या में मिली मौत की सजा. लोगों ने किया विरोध
सूडान की रहने वाली 19 साल की नोरा हुसैन को स्थानीय अदालत ने फांसी की सजा सुनाई है। नोरा पर आरोप है कि उसने उस आदमी की हत्या कर दी, जिसने उसके साथ रेप करने के बाद जबरन शादी कर ली थी। नोरा को मृत्युदंड मिलने की पुष्टि गुरुवार (10 मई) को स्थानीय जज ने कर दी। क्योंकि नोरा के पति के घर वालों ने उसकी मौत की सजा माफ करने के बदले आर्थिक क्षतिपूर्ति लेने या समझौता करने से इंकार कर दिया था।
सूडान के रहने वाले महिला अधिकार कार्यकर्ता अमल हबानी ने बताया,’नोरा के पति के परिवार वालों ने अदालत के इस फैसले का स्वागत तालियां बजाकर किया।’ ये फैसला सूडान के दूसरे सबसे बड़े शहर ओमदुरमान में सुनाया गया। लेकिन कोर्टरूम में मौजूद नोरा के समर्थकों ने बताया कि ये खबर बेहद तनाव देने वाली थी। नोरा के वकीलों को मृत्युदंड के खिलाफ अपील करने के लिए 15 दिनों का वक्त दिया गया है।
लोगों ने किया अदालत के फैसले का विरोध : एक अन्य मानव अधिकार कार्यकर्ता के मुताबिक, नोरा के समर्थकों की बड़ी भीड़ कोर्ट रूम के बाहर खड़ी थी। ये सभी नोरा पर कोर्ट के फैसले को सुनने आए थे। फैसले के बाद बड़ी संख्या में लोगों ने कोर्ट के फैसले का विरोध शुरू कर दिया। लेकिन पुलिस ने उन्हें बल प्रयोग करके हटा दिया। पुलिस ने विरोध कर रहे लोगों के पोस्टर छीन लिए। मानव अधिकार कार्यकर्ता नोरा हुसैन के लिए सोशल मीडिया पर कैंपेन भी चला रहे हैं। वहीं हैशटैग #JusticeForNoura ट्विटर पर ट्रेंड कर रहा है।
धोखे से करवाया गया निकाह: साल 2014 में मात्र 16 साल की नोरा हुसैन पर उसके परिजनों ने उसके कजिन से निकाह करने का दबाव डाला। उसे निकाहनामा पर हस्ताक्षर करने के लिए मजबूर किया गया। इससे पहले की निकाह हो पाता वह पूर्वी सूडान में स्थित अपने रिश्तेदार के घर चली गई। नोरा के पिता ने चालाकी से उसे अपने पति के घर लौटने के लिए मजबूर कर दिया। छह दिनों तक हुसैन से खुद को नोरा बचाती रही। लेकिन सातवें दिन हुसैन ने अपने घर वालों की मदद से नोरा के साथ रेप किया। इस काम में नोरा के भाइयों ने भी उसकी मदद की, जो उसे लेकर नोरा को उसकी ससुराल में छोड़ गए। जब नोरा के पति ने उसके साथ दोबारा रेप करने की कोशिश की तो नोरा ने उसकी चाकू मारकर हत्या कर दी और भागकर अपने घर आ गई। जहां से पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर लिया था।