उत्पीड़न से तंग आकर लड़की ने की आत्महत्या, बीजेपी का स्थानीय नेता गिरफ्तार
कर्नाटक के चिकमंगलूर में हिंदूवादी संगठनों के उत्पीड़न से तंग आकर बीकॉम (प्रथम वर्ष) की छात्रा ने आत्महत्या कर ली। पुलिस ने इस मामले में भारतीय जनता युवा मोर्चा (भाजयुमो) के एक स्थानीय नेता को गिरफ्तार किया है। अन्य आरोपियों की तलाश की जा रही है। छात्रा धन्यश्री ने व्हॉट्सएप ग्रुप पर मुस्लिमों को पसंद करने की बात कही थी। इसके बाद से हिंदूवादी संगठन के कार्यकर्ता उनके पीछे पड़ गए थे। उत्पीड़न से तंग आकर धन्यश्री ने 6 जनवरी को जान दे दी थी। राज्य में पिछले कुछ दिनों से हिंदूवादी संगठनों की सक्रियता बहुत बढ़ गई है। राज्य की कांग्रेस सरकार इस पर लगाम लगाने में असफल साबित हो रही है।
भाजयुमो के स्थानीय नेता अनिल राज को चिकमंगलूर जिले के मुदीगेरे इलाके से गिरफ्तार किया गया है। धन्यश्री की मां सरस्वती सुवर्णा ने पुलिस में शिकायत दी थी। इसमें उन्होंने समस्या की शुरुआत 4 जनवरी से होने की बात कही है। शिकायत के मुताबिक, धन्यश्री के व्हाट्सएप मैसेज को लेकर अज्ञात लोगों के फोन आने लगे थे। बाद में फोन करने वाले ने खुद का नाम संतोष और बजरंग दल का कार्यकर्ता बताया था। उसने धन्यश्री के हेड स्कार्फ पहनने पर आपत्ति जताई थी। जानकारी के अनुसार, संतोष ने धन्यश्री को कई बार फोन किया था, जबकि एक बार सरस्वती को भी कॉल किया था। उसने कथित तौर पर सरस्वती को धन्यश्री को नियंत्रित करने की चेतावनी दी थी। ऐसा नहीं करने पर सोशल मीडिया में धन्यश्री की आपत्तिजनक तस्वीरें जरी करने की बात कही थी। सरस्वती ने बताया कि बजरंग दल के कार्यकर्ताओं का एक गुट उनके घर भी आया था। इस सबसे तंग आकर धन्यश्री ने आत्महत्या करी ली थी। उसने अपने सुसाइड नोट में लिखा कि वह हिंदू संगठनों के कार्यकर्ताओं के उत्पीड़न को और नहीं झेल सकती है। धन्यश्री ने हिंदूवादी संगठनों के उस आरोप को भी खारिज किया, जिसमें एक मुस्लिम लड़के से संबंध होने की बात कही गई थी।
चिकमंगलूर के पुलिस अधीक्षक टी. अन्नमल्लाये ने बताया कि ‘छात्रा ने सुसाइड नोट में अपनी मौत के पीछे 5 लोगों को जिम्मेदार ठहराया है। आईपीसी की धारा 306 के तहत मामला दर्ज करते हुए दो आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया है। बाकी आरोपियों को दबोचने के लिए पुलिस की दो टीमें बनाई गई हैं।’ पांचों आरोपियों ने कथित तौर पर छात्रा के माता-पिता को बहुत भला-बुरा कहा था। इससे छात्रा और उसके घर वाले काफी अपमानित महसूस कर रहे थे।