राजस्थान: वसुंधरा सरकार का आदेश- हॉस्टल के छात्रों को हर रोज गाना होगा राष्ट्रगान
राजस्थान में अब हॉस्टल में रहने वाले छात्रों को रोजाना राष्ट्रगान करना होगा। राज्य सरकार ने इस बात का ऐलान किया है। राजस्थान के सामाजिक न्याय और अधिकारिता विभाग ने घोषणा करते हुए कहा है कि राज्य भर के 800 सरकारी हॉस्टल में रहने वाले छात्रों को रोजाना राष्ट्रगान करना होगा। विभाग के निदेशक समित शर्मा का कहना है कि ऐसा होने से छात्रों के मन में देशभक्ति की भावना प्रज्वलित होगी। उन्होंने कहा, ‘आवासीय स्कूलों में रोजाना ही राष्ट्रगान होता है और अब यह परंपरा सरकार द्वारा संचालित हॉस्टल और सरकार की सहायता से चलने वाले हॉस्टलों में भी शुरू की जा रही है, इससे छात्रों के मन में देशभक्ति की भावना को बढ़ाने में मदद मिलेगी।’ हॉस्टल में रहने वाले सभी छात्रों को रोजाना 7 बजे सुबह की प्रार्थना के दौरान राष्ट्रगान भी गाना होगा। राजस्थान में जयपुर नगर निगम के कर्मचारियों को पहले ही रोजाना राष्ट्रगान गाने का आदेश दिया जा चुका है।
नगर निगम ने आदेश दिया था कि सुबह के समय सभी को राष्ट्रगान गाना होगा और शाम के समय राष्ट्रगीत गाना होगा। नगर निगम के उच्च अधिकारियों ने इस मामले में कहा था कि इस आदेश को जारी करने के पीछे का उद्देश्य केवल यह है कि कर्मचारियों में देशभक्ति की भावना जगाई जाए और काम करने का एक अच्छा माहौल बन सके। मेयर अशोक लाहौती ने सरकार के इस आदेश का स्वागत करते हुए कहा था कि इससे बेहतर कुछ भी नहीं कि दिन की शुरुआत और अंत राष्ट्रगान और राष्ट्रगीत के साथ किया जाए, इससे सकरात्मक उर्जा मिलती है।
इसके साथ ही उन्होंने कहा था कि अगर कोई राष्ट्रगान और राष्ट्रगीत नहीं गाना चाहता है तो वह पाकिस्तान चला जाए। लोहाटी ने कहा था कि वह नगर निगम में काम करते हैं। वह नगर निगम का विरोध करें, तो कोई औचित्य नहीं बनता। जिस राष्ट्र में रहते हैं, उसके राष्ट्रगान और राष्ट्रगीत के लिए यदि किसी को विरोध करना है, तो बिल्कुल करे। कोई मना नहीं है। फिर वह पाकिस्तान जाएं। हालांकि बाद में एक टीवी चैनल के डिबेट में वह अपने बयान से पलट गए थे और कहा था कि जिसे देश के लिए सम्मान महसूस होगा, वह खुद खड़ा होगा। हमारा इसमें कोई एजेंडा नहीं है। पाकिस्तान भेजने जैसा कुछ नहीं है। हमारी पहली प्राथमिकता नगर निगम और जयपुर है।